नई दिल्ली। अब किसी को बेटा होगा तो उसकी शादी तो होगी ही, अब इसमें बड़ी बात क्या है। वैसे तो इसमें कोई बात नहीं है। लेकिन बात इसलिए बड़ी हो गई कि क्योंकि एक मां ने अपने बेटे को बाजार सामान लाने के लिए भेजा। लेकिन बेटा जब घर लौटा तो उसके साथ उसकी पत्नी थी। अब आप सोच रहे होंगे कि लॉकडाउन में यह केस कहां का है तो जनाब यह मामला गाजियाबाद का है।
गाजियाबाद के साहिबाबाद पुलिस स्टेशन में सबकुछ सामान्य था, एकाएक महिला गुहार लगाने के लिए पहुंची और जो शिकायत थी उसे सुनकर हर कोई हैरान था। महिला ने कहा कि उसने तो अपने बेटे को खाने पीने का सामान लाने के लिए बाजार भेजा था। लेकिन जब वो लौटा तो साथ में बहू थी। आंखों में आंसू लिए मां ने कहा कि वो इस शादी को स्वीकार नहीं कर सकती है।
इस संबंध में महिला के बेटे ने कहा कि उसने दो महीने पहले ही हरिद्वार में आर्यसमाज मंदिर में शादी कर ली थी। उस समय गवाहों के अभाव में वो अपनी शादी का रजिस्ट्री नहीं करा सका। उसने सर्टिफिकेट पाने के लिए एक बार फिर हरिद्वार का चक्कर लगाया। लेकिन लॉकडाउन की वजह से उसे कामयाबी नहीं मिली।
हरिद्वार से आने के बाद अपनी पत्नी को उसने दिल्ली में किराए के मकान में ठहराया। लेकिन बाद में उसने फैसला किया कि वो पत्नी को मां के घर लाएगा। दरअसल दिल्ली स्थित मकान मालिक ने लॉकडाउन की वजह से मकान छोड़ने के लिए कहा था। पुलिस ने मामले की संवेदनशीलता को समझते हुए मकान मालिक से कहा है कि लॉकडाउन तक घर से गुड्डू और उसकी पत्नी को न निकाले।