स्वामी विवेकानंद देश के महानतम समाज सुधारक, विचारक और दार्शनिक थे, स्वामी विवेकानंद के विचारों को जीवन में अपनाकर व्यक्ति कभी भी असफल नहीं हो सकता है। 12 जनवरी 1863 में स्वामी विवेकानंद का जन्म हुआ था, भारत सरकार ने सन् 1985 से 12 जनवरी को 'राष्ट्रीय युवा दिवस' मनाने की घोषणा की थी, 'राष्ट्रीय युवा दिवस' को देशभर में बड़े ही धूम- धाम से मनाया जाता है और इस दिन भाषण, पाठ, युवा सम्मेलन, प्रस्तुतियां आदि कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
स्वामी विवेकानंद अपने प्रसिद्ध 1893 शिकागो भाषण के लिए जाने जाते हैं। श्री रामकृष्ण परमहंस के शिष्य, विवेकानंद ने भारत में हिंदू धर्म के पुनरुत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 'राष्ट्रीय युवा दिवस' को मनाने का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को ये बताना है कि जैसे स्वामी विवेकानंद ने अपने जीवन में सफलता हासिल की, वैसे ही उनके विचारों को अपनाकर युवा पीढ़ी भी सफलता हासिल कर सकती है बशर्ते विवेकानंद जी के विचारों को सच्चे मन से अपनाया जाए।