यूपी के मऊ जिले के राजीपुर गांव में एक बारात आई थी मगर खास बात ये कि उस गांव में कोई शादी ही नहीं थी यानि दुल्हन के घर का पता ही नहीं लगा सुनने में मामला अजीब सा लगता है लेकिन सच है, दुल्हन के घरवालों ने दूल्हा पक्ष को धोखे में रखा और खास शादी वाले दिन ये मामला खुला जिससे दूल्हे और उनके घरवालों को खासी बेइज्जती का सामना करना पड़ा।
मामला दरअसल ये है कि आजमगढ़ की कांशीराम कॉलोनी निवासी युवक शादी शुदा है और पत्नी बिहार की रहने वाली थी मगर वो वह काफी दिनों से मायके में रह रही है जिसके बाद युवक ने दूसरी शादी करने मन बना डाला और लड़की की तलाश शुरू हो गई, आखिरर एक महिला के माध्यम से युवक की शादी मऊ जिले के रानीपुर में तय हुई।
युवक व उसके परिजनों को लड़की को एक दुकान पर दिखाया गया खास बात ये कि न तो युवक और न ही उसके परिवार के लोग लड़की के घर गए थे, शादी की तारीख 10 दिसंबर को तय हो गई वहीं लड़की वालों ने बाजे व लाइट आदि की व्यवस्था के लिए करीब बीस हजार रुपये भी युवक के परिजनों से ले लिए। तय तिथि को बरात रानीपुर पहुंची तो वहां लड़की का घर ही नहीं मिला वहां गांववालों ने बताया कि वहां आज तो कोई शादी ही नहीं है।
गांव में उस नाम का कोई भी व्यक्ति नहीं रहता है तब रातभर बारात उसी गांव में ठहरी और सुबह को खाली हाथ यानि बगैर दुल्हन के बारात मऊ से वापस आजमगढ़ लौट गई, गु्स्साए लोगों ने माध्यम बनी महिला को पकड़कर बंधक बना लिया।
पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले आई और पूछताछ के साथ कार्रवाई का भरोसा दिया, लेकिन कोई पक्ष लिखित कार्रवाई के लिए तैयार नहीं हुआ तो सभी को आपसी सहमति से छोड़ दिया गया, ये मामला खासा चर्चा का विषय बना हुए है।