कोरोना प्रकोप ने सार्वजनिक स्थानों पर बहुत भ्रम और घबराहट पैदा कर दी है इस प्रक्रिया में लगभग हर दिन सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन किया जा रहा है। हालांकि, सबसे बड़ी समस्या लॉकडाउन और सामाजिक विकृति के नियमों की खुली अवहेलना है जो पिछले 9-10 महीनों से कई देशों में देखी गई है।
लॉकडाउन नियमों को हजारों लोगों द्वारा विफल किया गया जिन्होंने महामारी को गंभीरता से लेने से इनकार कर दिया था। यह वायरस के विद्रोहियों या ‘Covidiots’ के साथ शुरू हुआ, क्योंकि उन्हें बिना मास्क के सुविधा स्टोर में बदल दिया गया था, लेकिन जल्द ही कोरोना पार्टियों और समुद्र तट पर मंडराने जैसी सामाजिक गतिविधियों में बदल गया।
महामारी और वायरस विद्रोही अभी भी लगभग हर देश में नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। एंटी-वेक्सएक्सर्स और maskless लोगों का विरोध बेरोकटोक जारी है। ब्रिटेन से ऐसा ही एक वीडियो सामने आया है।
वहां नए साल के मौके पर लॉकडाउन नियमों की हजारों लोगों ने धज्जियां उड़ा दीं और एक अस्पताल के बाहर जमा होकर कोरोना को भ्रम और आतंक पैदा करने का कारण बताने लगे, वहां लोग सरकार के किसी भी प्रतिबंध को मानने को तैयार नहीं हैं। वहीं ब्रिटेन में लोगों को कोरोना से बचाने के लिए वैक्सीननेशन की शुरुआत हो चुकी है लेकिन तमाम लोग ऐसी पाबंदियों को नहीं मान रहे हैं साथ ही उसका विरोध भी कर रहे हैं।