जज साहब बोले- जमानत चाहिए तो हॉस्पिटल में TV लगवाओ मगर 'चाइनीज' नहीं, जानें रोचक मामला

Unique condition for Bail in Gwalior MP: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में जमानत के लिए अनोखी शर्त का मामला सामने आया है कोर्ट ने कहा है कि जमानत लेनी है तो 25 हजार कीमत का टीवी अस्पताल मे लगवाओ।

TV CHINA
'जमानत चाहिए तो हॉस्टिपट में TV लगवाओ मगर 'चाइनीज' नहीं' 
मुख्य बातें
  • ग्वालियर खंडपीठ ने आरोपियों की जमानत के लिए अनूठी शर्त रखी है
  • कहा है कि कि अगर Bail लेनी है तो अस्पताल में एक एलईडी टीवी लगवाना होगा
  • टीवी चाइनीज ना हो साथ ही उसकी कीमत करीब 25 हजार हो

नई दिल्ली: चीन से तनाव का असर देश में दिख रहा है और चीनी सामान के बहिष्कार का जोर पकड़ रहा है, वहीं मध्यप्रदेश के ग्वालियर में भी इसकी बानगी दिखी, जब  मध्यप्रदेश हाई कोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ ने आरोपियों की जमानत के लिए शर्त रखी कि अगर बेल (Bail) लेनी है तो हॉस्पिटल में एक एलईडी टीवी जिसकी कीमत 25 हजार हो वो लगाने का आदेश दिया, खास बात यह है कि वो टीवी चाइनीज नहीं होना चाहिए यानि made in china नहीं होना चाहिए।

इस मामले की खासी चर्चा हो रही है मामल दरअसल ये है कि अरविंद पटेल एवं कमलेश के खिलाफ दतिया के बड़ौनी थाने में हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है उन दोनों को फरवरी 2020 में पुलिस ने गिरफ्तार किया था तभी से दोनों जेल में है।

दोनों ने जमानत याचिका दायर की इस मामले में हाई कोर्ट की एकल पीठ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दोनों आरोपितों की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए ये आदेश दिया है।

आरोपियों को अस्पताल में LED TV टीवी लगवाना होगा

आरोपियों ने हाईकोर्ट में जमानत की अपील की थी इस पर हुई सुनवाई में हाईकोर्ट ने आदेश दिया कि आरोपियों को अस्पताल में 25 हजार रु. कीमत का LED TV टीवी लगवाना होगा, लेकिन साथ ही ये शर्त यह है कि यह चाइनीज नहीं होना चाहिए साथ ही ये भी कहा कि अगर इंडियन कंपनी की टीवी नहीं मिलती है तो चीन की कंपनी को छोड़कर किसी अन्य देश की कंपनी की एलईडी टीवी लगवा सकते हैं।

आरोपितों को टीवी लगाकर फोटो सहित पालन प्रतिवेदन रिपोर्ट दो सप्ताह में पेश करनी होगी गौरतलब है कि लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हुए थे। इसके बाद से ही हालात बेहद तनावपूर्ण है वहीं भारत सरकार ने ठोस कदम उठाते हुए 59 चीनी एप को बैन कर दिया है।

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