इस्लामाबाद: कोरोना वायरस लगभग पूरे विश्व में अपने पांव पसार चुका है। भारत सहित दुनिया के कई देश इस वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन लागू कर चुके हैं। पाकिस्तान सरकार ने कोरो वायरस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन को 9 मई यानी और 15 दिनों के लिए बढ़ा दिया है। लॉकडाउन लागू होने से पाकिस्तान में लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं और उन्हें कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
वायरल हुआ वीडियो
पाकिस्तानी आवाम के कई वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं और ऐसा ही एक वीडियो और सामने आया है। सोशल मीडिया पर लोग जमकर इस वीडियो को शेयर कर रहे हैं। दरअसल एक टीवी रिपोटर एक शख्स से सवाल करती है, 'आपको नहीं लगता है कि ये कदम (लॉकडाउन का फैसला) आवाम की बेहतरी के लिया है ? बुजुर्ग शख्स इस सवाल पर अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए जो जवाब देता है वो वायरल हो रहा है।
26 बच्चों को कहां से लाकर दूं
शख्स बताता है, 'आवाम की बेहतरी के लिए तो घर में कैद हैं ना। घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। अब ये पेट तो मांगता हैं। इसने तो शाम को खाना है अगर कुछ नहीं मिलता है तो क्या होगा? आप बताइए 4 मेरी पत्नियां हैं, 26 मेरे बच्चे हैं। 12 बेटी हैं ,14 बेटे हैं मेरे अब बताओ उनको किधर से लाकर दूं।' आपको बता दें कि पाकिस्तान ने शुक्रवार को देशभर में लागू आंशिक लॉकडाउन को दो सप्ताह के लिए और बढ़ा दिया। इसके साथ ही देश में घातक वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर लगभग 13 हजार के करीब हो गई है।
पाक सरकार की सशर्त अनुमति
डॉन’ की खबर के मुताबिक, वायरस के स्थानीय स्तर पर फैलने के कारण पूरी स्थिति बदल गई है, इस संकट से निपटने के लिए नीति को बदलने का फैसला किया गया है। इस बीच, अधिकारियों ने लोगों से शुक्रवार को मस्जिदों में भीड़ लगाने के बजाए घर पर ही नमाज़ अदा करने का आग्रह किया है। पाकिस्तान ने रमजान के दौरान मस्जिदों में नमाज अदा करने की सशर्त अनुमति दी है, जिसने कोरोना वायरस के प्रसार पर अंकुश लगाने के अभियान को खतरे में डाल दिया है।