Marriage procession on camel:शादी को यादगार बनाने के लिए लोग कई अनूठे कदम उठाते हैं। दूल्हे का हेलीकॉप्टर में बैठकर शादी करने जाने के मामलों के बीच राजस्थान में अनूठी बारात निकली है। दूल्हा समेत पूरी बारात रेगिस्तान का 'जहाज' कहे जाने वाले ऊंट पर सवार होकर महाबार गांव पहुँची। यह अनूठी बारात देखने के लिए लोग खासे उत्साहित नजर आए।
रेगिस्तान के जहाज ऊंट पर बरसों पहले एक गांव से दूसरे गांव आना-जाना आम बात थी। एक गांव से दूसरे गांव में आवागमन का यह साधन आम हुआ करता था। आधुनिक साधनों के अभाव में बारातें भी ऊंटों के टोलों पर जाती थी लेकिन समय के साथ सब बदल गया। ऊंट की उपयोगिता कम होती गई और उसे लगभग बिसरा दिया गया।
पश्चिम राजस्थान के बाड़मेर जिले के दानजी की हौदी निवासी मलेश राजपुरोहित की शादी महाबार में नारायण सिह की बेटी सीता कंवर के साथ है। दूल्हे मलेश के मुताबिक उनके दादा की इच्छा थी कि उसकी शादी परंपरागत रीति रिवाज से हो। इसी वजह से ऊंटों पर बारात निकाली गई है।
दूल्हे के पिता दलसिह ने कुछ नया कर समाज को नया संदेश देने की बात सोची। वही दूल्हे मलेश के दादा की इच्छा थी कि उसकी बारात पुराने परंपरागत रीति रिवाज से ऊंट से जाए। इसके बाद लग्जरी गाड़ियों को दरकिनार कर पूरी बारात ऊंटों पर सवार होकर महाबार पहुँची है।
दूल्हे के पिता दलसिंह के मुताबिक जैसलमेर से 20 ऊँट लाए गए है जो प्रति ऊंट 11 हजार रुपये खर्च होंगे।बहरहाल बाड़मेर शहर में ऊंटों पर यह शाही शादी पहली बार निकली है। ऐसे में बाड़मेर शहर सहित आसपास के गाँवो के लोग शाही शादी में शामिल होने के शहर पहुँचे है।