नई दिल्ली : चीन के दक्षिण प्रांत के गुआंगडोंग में नवनिर्मित ग्लास ब्रिज अब पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। यह ब्रिज 526 मीटर लंबा है और वर्तमान में यह दुनिया का सबसे लंबा ग्लास ब्रिज के रुप में अपना नाम दर्ज करा लिया है। इसी के साथ ही इसने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी अपना नाम दर्ज करा लिया है।
शीशे के इस ब्रिज का आकार काफी विशालकाय है। इस ब्रिज पर से चारों तरफ का दृष्य भी काफी खूबसूरत लगता है। यह ब्रिज लियांजिांग नदी के उपर बना हुआ है। इसे 18 जुलाई को आम पब्लिक के लिए खोल दिया गया जिसके बाद इस ब्रिज पर पर्यटकों की भीड़ लग गई।
इस पुल के आसपास सिर्फ खतरनाक पहाड़ियां ही है। पुल के नीचे 300 मीटर की खतरनाक खाई है। जो कोई भी इस पुल पर आता है उसकी चीखें जरूर से निकल जाती है।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रतिनिधियों ने इसका जायजा लेने के बाद आधिकारिक तौर पर बताया कि यह ब्रिज अब दुनिया का सबसे लंबा ब्रिज बन गया है। इस ब्रिज के बीच में चार ऑब्जर्वेशन डेक बनाया गया है जहां पर 500 लोगों के एक साथ खड़े होने का क्षमता है।
यह केवल पैदल चलने वालों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। हालांकि एडवेंचर स्पोर्ट्स बाइक जैसे बंजी जंपिंग और जिप लाइन्स को भी स्पेश्ल अनुरोध पर अनुमति दी जाएगी। ब्रिज बनाने के लिए 4.5 सीएम मोटाई का शीशा इस्तेमाल किया गया है।
इससे पहले चीन के जियांशु प्रांत में दुनिया का सबसे खतरनाक पुल बनाया गया है जो शीशे का है। इसे खतरनाक इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह जमीन से 300 फीट की उंचाईयों पर बनाया गया है और इसके दोनों छोरों पर उंची पहाड़ें हैं।
यह पुल बस इन दोनों छोरों के सहारे हवा में लटकाया हुआ है, ऊपर से पुल का फर्श शीशे का है। इस पुल की लंबाई 518 मीटर है जो दुनिया का सबसे लंबी पुल है। इसकी मजबूती का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रत्येक क्यूबिक शीशे का वजन 4.7 टन है। यह ब्रिज एक बार में 2,600 लोगों का वहन कर सकता है।