फोन पर गलती से भी कर दिया ये काम तो कंगाल हो जाओगे आप! ये रहे बचने के तरीके

Utility News
डिंपल अलावाधी
Updated Jun 27, 2022 | 17:16 IST

Bank Fraud Tips: ठगी से बचने के लिए आपको बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है। आजकल फोन कॉल के जरिए भी लोगों के बैंक अकाउंट खाली किए जा रहे हैं।

Bank Fraud Tips know How to protect yourself from Vishing
आपको कंगाल कर देगी ये छोटी सी गलती! (Pic: iStock) 
मुख्य बातें
  • आजकल फ्रॉड के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं।
  • आजकल बैंक फ्रॉड के लिए विशिंग का काफी इस्तेमाल किया जा रहा है।
  • विशिंग से बचने के लिए आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना होगा।

नई दिल्ली। आजकल इंटरनेट ने हर काम को आसान बना दिया है। लोग दोस्तों और रिश्तेदारों से लेकर बात करने से लेकर पेमेंट तक, हर काम ऑनलाइन करते हैं। लेकिन जालसाज ने भारत सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा बनाए गए कड़े नियमों के बावजूद ऑनलाइन धोखाधड़ी का रास्ता खोज लिया। एक गलत क्लिक से ही लोगों की बैंक डिटेल चोरी (Bank Fraud) हो जाती है। लेकिन अब ऑनलाइन ही नहीं, बल्कि फोन कॉल भी खतरनाक हो गया है। जी हां, लोग बस एक फोन कॉल के जरिए भी ठगी करने लगे हैं।

फोन कॉल से कैसे होती है ठगी?
फोन कॉल से फ्रॉड करने के तरीके को विशिंग (Vishing Fraud) कहा जाता है। विशिंग एक ऐसा तरीका है जहां धोखेबाज आपकी व्यक्तिगत जानकारी जैसे कस्टमर आईडी, नेट बैंकिंग पासवर्ड, एटीएम पिन, ओटीपी, कार्ड की एक्सपायरी डेट, सीवीवी, आदि फोन कॉल के माध्यम से प्राप्त करने का प्रयास करते हैं।

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कैसे काम करता है विशिंग?
जालसाज बैंक या किसी सरकारी व वित्तीय संस्थान के कर्मचारी बनकर ग्राहकों से उनकी व्यक्तिगत जानकारी मांगते हैं। इसके लिए वे कई कारणों का हवाला देते हैं कि उन्हें इस जानकारी की आवश्यकता क्यों है। उदाहरण के लिए वो कहते हैं कि अकाउंट को फिर से सक्रिय करना है या रिवॉर्ड पॉइंट डालने हैं या कोई नया कार्ड भेजना है, आदि। इस तरह प्राप्त की गई इन जानकारियों का इस्तेमाल ग्राहक के अकाउंट से उनकी जानकारी के बिना धोखाधड़ी करने के लिए किया जाता है।

विशिंग से खुद को कैसे बचाएं? (How to protect yourself from Vishing)

  • कभी भी कोई भी पर्सनल जानकारी जैसे कस्टमर आईडी, एटीएम पिन, ओटीपी, आदि फोन, एसएमएस या ईमेल के जरिए किसी के साथ शेयर न करें।
  • अगर आपकी कॉलर आईडी एक वैध कंपनी का फोन नंबर प्रदर्शित करती है, तब भी यह गारंटी नहीं है कि कॉल वास्तविक है। इसलिए ऐसी स्थिति में भी अपनी निजी जानकारी शेयर करने से बचें।
  • अपने पासवर्ड और पिन को नियमित रूप से बदलते रहे।
  • अगर आपको शक होता है तो तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें और अपना पासवर्ड भी बदल लें।

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