यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट 3 मई को खुल गए थे। केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई की सुबह खुल गए। वहीं बद्रीनाथ धाम के कपाट 8 मई को सुबह 6 बजकर 15 मिनट पर खुलेंगे।
Kedarnath Yatra:आज का दिन बेहद और पावन है क्योंकि आज से केदारनाथ के कपाट खुलने जा रहे हैं। दो साल बाद आम लोगों को अब केदारनाथ के दर्शन का मौका मिलेगा। कोरोना की वजह से पिछले दो साल से आम लोगों के लिए यात्रा बंद थी। विशेष पूजा-अर्चना और मंत्रोच्चार के साथ 6 बजकर 15 मिनट पर कपाट खोले गए। मंदिर को 15 क्विंटल रंग बिरंगे फूलों से सजाया गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार की केदारनाथ यात्रा पिछले सारे रिकार्ड को तोड़ देगी।
दो साल बाद केदारनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले गए हैं। इसे लेकर स्थानीय लोगों में भी काफी उत्साह है। हालांकि, मॉनसून सीजन में खराब हुई सड़कों को यात्रा शुरू होने से पहले तक ठीक नहीं कराया जा सका है। इन पर जगह- जगह काम चल ही रहा है। कपाट खुलने से एक दिन पहले ही हजारों श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए केदारनाथ पहुंच गए। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए गाड़ियों को सोनप्रयाग से आगे नहीं जाने दिया जा रहा है। सोनप्रयाग से 5 किलोमीटर दूर आखिरी पड़ाव गौरीकुंड तक छोटे वाहनों से ही सफर करने की इजाजत है। तो आइए जाते हैं यात्रा से संबंधित कुछ अहम बातें और नियम, जो उन लोगों के लिए जरूरी हैं जो बाबा के दर्शन के लिए जा रहे हैं-
चार धाम हिमालय में चार पवित्र भारतीय तीर्थों - यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ - का एक समूह है। यमुनोत्री का छोटा पहाड़ी गांव चार धाम यात्रा तीर्थ यात्रा (मई से अक्टूबर) का आरंभिक बिंदु है, जहां से पहले यमुनोत्री फिर गंगोत्री होते हुए केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्रा होती है।
यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट 3 मई को खुल गए थे। केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई की सुबह खुल गए। वहीं बद्रीनाथ धाम के कपाट 8 मई को सुबह 6 बजकर 15 मिनट पर खुलेंगे।
पंजीकरण के तीन तरीके हैं:
1) वेब पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन - https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/;
2) मोबाइल एप्लिकेशन-https://apps.apple.com/us/app/tourist-care-uttarakhand/id1574692609;
3) प्रशिक्षित कर्मियों (यात्री मित्र) द्वारा संचालित कियोस्क या हैंडहेल्ड उपकरणों के माध्यम से वेबसाइट पर उल्लिखित किसी भी स्थान पर जाकर पता कर सकते हैं।
हेलीकॉप्टर टिकट केवल https://heliservices.uk.gov.in/ के माध्यम से बुक किया जा सकता है। कोई अन्य वेबसाइट हेली टिकट बुक करने के लिए अधिकृत नहीं है। हेलीकॉप्टर से केदारनाथ की यात्रा करने वालों के लिए एक तरफ के किराये के तौर पर गुप्तकाशी से 7750, फाटा से 4720 और सिरसी से 4680 रुपये देने होंगे।
तीर्थयात्रियों की संख्या प्रतिदिन के हिसाब से तय की गई है। दैनिक सीमा बद्रीनाथ के लिए 15,000, केदारनाथ के लिए 12,000, गंगोत्री के लिए 7,000 और यमुनोत्री के लिए 4,000 है। यह नियम सरकार द्वारा भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए जारी किए गए हैं।
अगर आप ट्रेन से केदारनाथ जाते हैं तो ट्रेन की सुविधा सिर्फ हरिद्वार तक है। वहां से आपको सड़क मार्ग से जाना पड़ेगा। फ्लाइट सेवा से आते हैं तो दिल्ली से देहरादून आना होगा फिर यहां से टैक्सी लेनी होगी। वहीं सड़क मार्ग से दिल्ली से आना चाहते हैं तो हरिद्वार से रूद्रप्रयाग और फिर रूद्रप्रयाग से केदारनाथ जाना होगा।