नई दिल्ली। देश में कई बैंकों ने सीमांत लागत पर आधारित ऋण दर (MCLR) की दरें बदल दी हैं। लगभग सभी बैंकों ने एमसीएलआर में बढ़ोतरी की है। लेकिन एक बैंक ऐसा भी है जिसमें एमसीएलआर कम हुआ है। एमसीएलआर का सीधा कनेक्शन लोन से है। इसके बढ़ने का मतलब होता है कि लोन (Loan) महंगा होगा और आपको पहले से ज्यादा ईएमआई (EMI) का भुगतान करना होगा, वहीं अगर एमसीएलआर कम होता है, तो आपके लोन की किस्त भी कम होती है। आइए जानते हैं किन बैंकों ने लोन महंगा किया है -
बैंक ऑफ बड़ौदा
सरकारी सेक्टर के बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank Of Baroda) ने चुनिंदा अवधि के लोन के लिए एमसीएलआर को 0.15 फीसदी तक बढ़ा दिया है। यह वृद्धि 12 जुलाई 2022 यानी आज से ही प्रभावी हो गई है। अब वाहन, होम और पर्सनल लोन जैसे ज्यादातर उपभोक्ता ऋणों के लिए एक साल की एमसीएलआर 7.50 फीसदी से बढ़कर 7.65 फीसदी हो गई है। तीन और छह महीने की अवधि के लोन के लिए यह क्रमशः 7.35 फीसदी और 7.45 फीसदी हो गई। इनमें 0.10 फीसदी की वृद्धि की गई है।
इंडियन ओवीसीज बैंक
सरकारी सेक्टर के एक और बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक (Indian Overseas Bank) ने भी विभिन्न अवधि के कर्ज की एमसीएलआर बढ़ा दी है। इसमें 0.10 फीसदी की वृद्धि की गई। नई दरें 10 जुलाई 2022 से लागू हुई हैं। इस के बाद अब एमसीएलआर आधारित ब्याज दरें 6.95 फीसदी से 7.55 फीसदी हो गईं। एक साल का एमसीएलआर 7.55 फीसदी कर दिया गया है, जो पहले 7.45 फीसदी था। दो और तीन साल का एमसीएलआर भी बढ़कर 7.55 फीसदी हो गया है।
बढ़ी हुई रेपो रेट के बीच क्या आपको होम लोन के लिए फिक्स्ड ब्याज दर चुनना चाहिए?
एचडीएफसी बैंक
प्राइवेट सेक्टर के एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) ने एमसीएलआर में 0.20 फीसदी की वृद्धि की है। अब एक साल की अवधि के लिए एमीसीएलआर 8.05 फीसदी है, जो पहले 7.85 फीसदी थी। एक दिन की एमसीएलआर पर ब्याज 7.70 फीसदी हो गया है। यह पहले 7.50 फीसदी था।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने की MCLR में कटौती
बैंक ऑफ महाराष्ट्र (Bank Of Maharashtra) ने कई विभिन्न अवधियों के लिए एमसीएलआर में 0.35 फीसदी तक कटौती की है। नई दरें 11 जुलाई 2022 से लागू हो गई हैं। एक साल की अवधि के एमसीएलआर को 7.70 फीसदी से कम करके 7.50 फीसदी, छह महीने की अवधि के लिए एमसीएलआर में 0.20 फीसदी की कमी की गई और 7.40 फीसदी हो गया है। तीन महीने की अवधि के लिए दर 0.35 फीसदी कम होकर 7.20 फीसदी हो गया है।