Pet Dog Guidelines, Checklist: घरों में किसी न किसी तरह के पालतू जानवर को पालना कोई नई या अनोखी बात नहीं है। लगभग हर किसी को जानवरों से प्रेम होता है, और इसी प्रेम के खातिर लोग जानवरों को खरीदते या गोद लेते हैं, तथा घरों में उनकी देखभाल करते हैं। 2018 के एक आंकड़े के मुताबिक देश में करीब 1 करोड़ 80 परिवार ऐसे थे, जिनके पास कोई न कोई पालतू जानवर है। और इनमें से 95 प्रतिशत ऐसे घर हैं, जहां पालतू जानवर के रूप में लोगों को कुत्ते पालना पसंद होता है। साथ ही वे कुत्ते को महज एक जानवर जैसे नहीं बल्कि घर के एक सदस्य जैसे पालते हैं और रखते हैं।
आप जानते ही होंगे कि बाजार में कई तरह की नस्ल के कुत्ते आते हैं, कुछ बेहद फ्रेंडली होते हैं तो कुछ बहुत गुस्सैल मिजाज के भी। हालांकि दोनों ही स्थितियों में इस बात की 100 प्रतिशत गारंटी नहीं दी जा सकती कि ये पालतू कुत्ते किसी पर हमला नहीं करेंगे या फिर किसी को काटेंगे नहीं।अक्सर हम कुत्तों द्वारा किए गए हमलों के कई मामले के बारे में सुनते हैं, जहां अनजान लोगों के साथ साथ ये कुत्ते घरवालों पर भी हमला कर देते हैं। जिसके चलते कई तरह की गंभीर दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
इसलिए अगर आप एक डॉग ओनर हैं, तो आपको जानवरों से जुड़े कानून और अपनी जिम्मेदारियों के बारे में सटीक जानकारी रखना अत्यंत आवश्यक है। क्योंकि अगर ऐसी स्थिति में आपसे जरा सी भी चूक हुई तो आप और आपका डॉगी दोनों दिक्कत में पड़ सकते हैं।
नियमित रूप से टीके लगवाए – लगभग सभी जानवरों को समय समय पर अलग अलग तरह की वैक्सीन लगवाना जरूरी होता है। जानवरों में ऐसी कई तरह की बीमारियां होती हैं, जिनसे बचने के लिए अगर समय रहते टीका न लगवाया गया तो बुरे परिणाम हो सकते हैं। कुत्तों को कोरोना की वैक्सीन के साथ लगभग 7 तरह की अन्य वैक्सीन लगाई जानी चाहिए। एंटी रेबीज का पहला डोज तब दिया जाता है जब आपका डॉग तीन महीने का हो। और उसके बाद हर साल नियमित रूप से अलग अलग टीके लगवाना अनिवार्य होता है।
दरवाजे पर कुत्ते से सावधान का बोर्ड लगाए – अवश्य ही आपके घर में आपके पड़ोसी, बच्चे या कोई अनजान लोग आते होंगे। जिन्हें कुत्ते से डर लग सकता है, और वो पैनिक कर सकते हैं। ऐसी स्थिति में भागा भागी न मचे इसलिए आपका कर्तव्य बनता है कि आप अपने घर के दरवाजे पर एक सूचना जारी करे। ताकि लोग पहले से ही सतर्क हो जाए।
इसी के साथ अगर किसी को आपके डॉग से डर लग रहा है। और वो आपके काबू से बाहर निकलकर किसी पर हमला कर सकता है तो, आप अवश्य ही उसे बांध दे। ताकि किसी तरह की अनहोनी न हो, अगर आपकी गैर जिम्मेदारी के कारण आपका डॉग किसी पर अटैक कर देता है तो आप पर केस भी हो सकता है।
इस तरह बाहर घुमाने ले जाए – कुत्तों को दिन में दो से तीन बार बाहर घुमाना पड़ता है। तो ऐसे में जब आप अपने डॉगी को फ्रेश होने के लिए या आस पास के पार्क में खेलने के लिए ले जाए। तो उसको मुंह पर एक तरह डॉग मास्क ज़रूर पहनाए, ताकि वो जाने अनजाने में किसी को काट न ले। साथ ही आप अपने साथ एक डंडा भी ले जाए।
नियमों का पालन करें – कई डॉग ओनर्स अपने कुत्तों को परिवार जैसा ही मानते हैं। तथा हर जगह साथ ले जाना चाहते हैं, हालांकि कई जगहें ऐसी होती हैं जहा जानवर अलाउड नहीं होते हैं। तो ऐसे में आपका फर्ज है कि आप इन नियमों का पालन करें और अपने डॉग को ऐसी ही जगह ले जाए जहां अलाउड हो। जो उसके और अन्य लोगों के लिए सुरक्षित हो।
प्रॉपर ट्रेनिंग करें – सभी जानवरों के लिए जरूरी होता है कि उनकी प्रॉपर ट्रेनिंग की जाए। और खास तौर से कुत्तों कि क्योंकि ये इनडोर पेट्स नहीं होते हैं। इसलिए ये किसी पर हमला न करें, इस बात को सुनिश्चित करने के लिए इनकी ट्रेनिंग जरूरी होती है। और अगर जाने अनजाने में आपका डॉग किसी पर हमला कर देता है उसे काट लेता है तो आप पर लापरवाही का केस और उचित कार्यवाही होने के साथ साथ आपको अच्छा खासा जुर्माना भी भरना पड़ सकता है। ये आंकड़ा बहुत आसानी से हजारों से लाखों रुपयों के आस पास तक का भी हो सकता है।