- शहीद नगर, इंदिरापुरम, इंद्रापुरम में होगी गंगाजल की आपूर्ति
- आगरा विकास प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में रखा गया प्रस्ताव
- एडीए के घर की कीमत कम करने का रखा गया प्रस्ताव
Gangajal Supplied: आगरा विकास प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में कमिश्नर अमित गुप्ता ने कॉलोनियों में गंगाजल की आपूर्ति, नहीं बिक रहे फ्लैट और ताजमहल सहित कई मुद्दों पर अधिकारियों से जवाब तलब किया। शहीद नगर, इंदिरापुरम, नेहरू एनक्लेव योजना के तहत जलापूर्ति और सीवर व्यवस्था की समीक्षा हुई। कमिश्नर ने गंगाजल की आपूर्ति के संबंध में सम्पूर्ण विवरण मांगा। सभी ओवर हैड टैंकों की जानकारी प्राप्त की गई। जल्द ही इन इलाकों में गंगाजल आपूर्ति के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों ने बताया कि शास्त्रीपुरम में कई ओवरहेड टैंकों को रिपेयर करके चालू किया जा सकता है।
इस दौरान कालिंदी विहार योजना के हस्तांतरण पर मंथन हुआ। 4.5 एमएलडी क्षमता एसटीपी का निरीक्षण भी हो चुका है। इसी तरह सदरवन स्थित 36 एमएलडी क्षमता के एसटीपी का संचालन जल निगम द्वारा किया जा रहा है।
एडीए और शास्त्रीपुरम हाइट्स की दरें घटाने पर नहीं हुआ फैसला
बैठक में अधिकारियों ने ताजनगरी फेस दो में स्थित बहुमंजिला आवासीय योजना एडीए हाइट्स और शास्त्रीपुरम में स्थित शास्त्रीपुरम हाइट्स के फ्लैट्स की कीमत कम करने का प्रस्ताव रखा लेकिन इस प्रस्ताव पर अंतिम फैसला नहीं हो पाया। इसके बाद जवाहरपुर योजना और शास्त्रीपुरम के समाजवादी आवासों की दरों को फ्रीज करने के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई।
कोई स्पष्ट निर्देश नहीं दिए
अधिकारयों ने एडीए के रेट 2805 रुपये प्रतिवर्ग फुट और शास्त्रीपुरम हाइट्स के 2617 रुपये प्रतिवर्ग फुट पेश किए। इस पर चर्चा के बाद बोर्ड ने कोई स्पष्ट निर्देश नहीं दिया। मंडलायुक्त ने दरों की समीक्षा करते हुए सही रेट पर बेचने के निर्देश दिए। शास्त्रीपुरम में समाजवादी अर्फोडेबल हाउस योजना के फ्लैट्स भी नहीं बिक पा रहे हैं। इनके रेट फ्रीज करने के प्रस्ताव को हरी झंडी मिल गई है। रहनकला, एत्मादपुर मदरा, रायपुर आदि गांवों में अधिग्रहित जमीन पर बसाबट पर भी चर्चा की।
ताज के पीछे मल्टी स्टोरी एवं टावर नहीं बनेंगे
विकास प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में ताजमहल की विजिबिलिटी के संबंध में चर्चा हुई। बोर्ड ने एडीए के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि ऐसी कोई इमारत,टावर या भवन नहीं बनेगा जिससे ताजमहल की दृश्यता प्रभावित हो। ताजमहल का बैक ग्राउंड जस की तस रहेगा। इसलिए ताज के पार्श्व क्षेत्र में पूर्ण निगरानी रखी जाएगी। किसी भी प्रकार के निर्माण की समीक्षा होगी। मंडलायुक्त ने मास्टर प्लान में भी प्रावधान करने के निर्देश दिए हैं।