- आगरा में दो लोगों की गला दबाकर की गई हत्या
- पुलिस के मुखबिर बनने के शक में पड़ोसियों ने ही की हत्या
- दो दिनों से गुमशुदा थे दोनों उनकी लाश रविवार को हुई बरामद
उत्तर प्रदेश के शहर आगरा में 48 घंटे से गुमशुदा दो व्यक्तियों की लाश मथुरा के मेहराना गांव से बरामद हुई। जानकारी के मुताबिक इन दोनों की हत्या गला दबाकर गी गई थी। पुलिस के मुताबिक पड़ोसियों को शक था कि ये दोनों पुलिस के मुखबिर हैं। इसी साल अप्रैल में एक्साइज एक्ट के तहत एक पड़ोसी के खिलाफ पुलिस केस दर्ज किया गया था जिसमें उन्हें शक था कि वे दोनों ही पुलिस को खबर दे रहे हैं। इसी शक के आधार पर पड़ोसियों ने उन दोनों की हत्या कर दी।
मृतकों की पहचान चंदन और पप्पू के तौर पर हुई है। उनकी बॉडी उनके घर से 3 किलोमीटर दूर जंगल से बरामद हुआ। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। बताया जाता है कि दोनों शुक्रवार से ही मिसिंग थे। मृतकों के परिजन ने दो पड़ोसी रोहतास और बिरजू के खिलाफ पुविस में आईपीसी की धारा 364 (किडनैपिंग) के तहत केस दर्ज कराई है।
पुलिस ने बताया कि रोहतास को 23 अप्रैल को अवैध शराब की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था जिसे 9 जून को बेल पर रिहा कर दिया गया था। उसने जेल से निकलने के बाद अपने दोस्त बिरजू के साथ मिलकर इन दोनों की हत्या करने का प्लान बनाया था। उन्हें शक था कि उन दोनोंने ही मिलकर पुलिस को उसके खिलाफ खबर की थी।
प्लान के मुताबिक रोहतास ने चंदन और पप्पू को पहले शराब पीने के लिए इन्वाइट किया। जब वे दोनों शराब के नशे में पूरी तरह से चूर हो गए तो उन दोनों की गला दबाकर हत्या कर दी गई। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक रुरल एसपी शिरीष चंद्र ने बताया कि रोहतास और बिरजू को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और मामले की जांच चल रही है।