- विभाग को सीईसी की शर्ते मानने का एक शपथ पत्र जमा करना होगा
- पर्यटन विभाग को पेड़ लगाना होगा
- पर्यटन विभाग ने वन एवं वन्य जीव विभाग से संपर्क साधना शुरू किया
Multilevel parking in Agra : शहरवासियों को अब सार्वजनिक जगह पर गाड़ी पार्क करने की चिंता नहीं सताएगी। बहुत जल्द शहर में मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण कार्य शुरू कराया जा रहा है। इसके निर्माण में बाधा बन रहे पहलू का समाधान निकाल लिया गया है। दरअसल, शिल्पग्राम में मल्टीलेवल पार्किंग बनाई जानी है। इसे बनाने के लिए सरकार को सेंट्रल इंपावर्ड कमेटी (सीईसी) की शर्त माननी होगी।
साथ ही, शर्त मानने से संबंधित एक पत्र सुप्रीम कोर्ट में जमा करना होगा। इधर, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पर्यटन विभाग ने पेड़ लगाने को वन एवं वन्य जीव विभाग ने संपर्क साधना भी शुरू कर दिया है।
11 पेड़ काटने की अनुमति के लिए कोर्ट में दायर थी याचिका
बता दें शिल्पग्राम में मल्टीलेवल पार्किंग बनाने के लिए राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में साल 2020 में 11 पेड़ काटने की मंजूरी लेने के लिए याचिका दायर की थी। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने सीईसी को उक्त स्थल का निरीक्षण करने के लिए कहा था। साथ ही निरीक्षण की रिपोर्ट भी मांगी थी। सीईसी की टीम ने साल 2021 की फरवरी में सुप्रीम कोर्ट को अपनी रिपोर्ट जमा कर दी थी।
23 मार्च को सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट में 23 मार्च को सुनवाई हुई। इसमें उत्तर सरकार को कोर्ट ने सीईसी की शर्त मानने का आदेश दिया। साथ ही कहा कि अगले एक महीने के अंदर शपथ पत्र दाखिल करें। ऐसे में अब उस स्थल पर मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण होना तय हो गया है। इस बारे में पर्यटन विभाग के उप निदेशक राजेंद्र कुमार रावत ने बताया कि मल्टीलेवल पार्किंग के निर्माण के लिए फंड जारी नहीं हुआ है। विभाग के स्तर से फंड रिलीज होते ही निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा।
मई 2017 में पार्किंग निर्माण पर लगी थी रोक
उप निदेशक ने बताया कि मल्टीलेवल पार्किंग बनाने के लिए 35 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। पार्किंग का निर्माण कार्य 2017 की मई में रुकवा दिया गया था। अब कोर्ट का आदेश मिलने के बाद फिर निर्माण की कवायद तेज हो गई है।