आगरा : कोरोनोवायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर आगरा जिला प्रशासन ने धार्मिक स्थलों और शैक्षणिक संस्थानों को 15 अक्टूबर तक बंद रखने का फैसला किया है। स्कूल और कॉलेज प्रबंधन ने उम्मीद जताई थी कि सामान्य कक्षाएं 1 अक्टूबर से शुरू हो जाएंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
मंदिरों के पुजारी इस बात से निराश हैं कि अधिमास में उन्हें पूजा पाठ करने की अनुमति नहीं होगी। बता दें कि अधिमास तीन साल में एक बार आता है और ये अशुभ माना जाता है।
इस बीच, आगरा में कोरोनावायरस के 57 नए मामले सामने आए, जिसके बाद यहां कुल मामलों की संख्या 5,760 हो गई, जिसमें से 4,875 मरीज ठीक हो गए हैं। जिले में अब तक कोविड-19 से 127 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सक्रिय संक्रमितों की संख्या 758 है।
नमूना संग्रह केंद्रों पर बढ़ती भीड़ को देखते हुए जिला मजिस्ट्रेट ने केंद्रों का दौरा किया और सामाजिक दूरी मानदंडों के उल्लंघन के बिना नमूना संग्रह को तुरंत सुविधाजनक बनाने का निर्देश दिया।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मास्क न पहनने वालों पर मौके पर जुर्माना लगाया जाएगा। अभियान दोपहर में कुछ घंटों के लिए रोजाना जारी रहेगा। दुकानदारों को भी चेतावनी दी गई है कि अगर सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने के मानदंडों को तोड़ दिया गया तो उनके प्रतिष्ठान बंद कर दिए जाएंगे।