- आगरा में अनफिट वाहनों पर कसेगा शिकंजा
- फिटनेस नहीं कराने वाले स्कूली वाहन होंगे सीज
- अनफिट एंबुलेंस पर भी की जाएगी कार्रवाई
Agra Unfit Vehicles: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में स्कूलों के साथ अन्य वाहनों की फिटनेस नहीं मिलने पर तुरंत सीज की जाएगी। अधिकारी सड़क हादसों का प्रतिशत घटाकर आधे पर लाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में फिटनेस नहीं कराने वाले स्कूली वाहनों पर शिकंजा कसा जाएगा। इसके अलावा सड़कों पर ब्लैक स्पाट भी चिन्हित किए जाएंगे। दरअसल प्रमुख सचिव परिवहन वेंकटेश्वर लू ने सर्किट हाउस में समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने एनएचएआई और लोक निर्माण विभाग को अपनी-अपनी सड़कों के ब्लैक स्पाट चिन्हित करने के निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने कहा कि सीएम योगी के निर्देश हैं कि दुर्घटनाओं का प्रतिशत घटाया जाए।
प्रमुख सचिव परिवहन वेंकटेश्वर लू ने कहा कि इस दिशा में तुरंत प्रयास शुरू करने की जरूरत है, बहुत से अनफिट वाहनों के सड़कों पर फर्राटा भरने की शिकायतें मिल रहीं हैं, अनफिट वाहनों पर तुरंत कार्रवाई की जाए।
प्रमुख सचिव ने अतिक्रमण को भी हटाने के दिए निर्देश
प्रमुख सचिव परिवहन ने शहर में सड़क के किनारे हो रहे अतिक्रमण को भी हटाए जाने के निर्देश दिए हैं। स्कूलों और कॉलेजों में जागरुकता अभियान चलाने के भी निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने सख्ती दिखाते हुए कहा कि लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी। समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह, एसएसपी प्रभाकर चौधरी, आरटीओ पीके सिंह, आरटीओ प्रवर्तन केडी सिंह, एआरटीओ प्रशासन एके सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।
स्कूली वाहनों पर कार्रवाई के लिए पांच प्रर्वतन टीमों का गठन
आरटीओ प्रवर्तन कपिल देव सिंह ने बताया कि स्कूली वाहनों पर कार्रवाई के लिए पांच प्रर्वतन टीमों का गठन किया गया है। यह टीमें अनफिट स्कूली बसें, स्कूली कैब, एंबुलेंस आदि की जांच करेंगी। एंबुलेंसों पर शिकंजा पहले से ही कसा जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों को कुछ निजी वाहनों से भी ले जाया जा रहा है। ऐसे में इनकी फिटनेस की जांच भी परिवहन विभाग के अधिकारी करेंगे। शहर में बिना फिटनेस और बिना चिकित्सीय उपकरणों के 132 अनफिट एंबुलेंस फर्राटा भर रही हैं। परिवहन विभाग में केवल 410 एंबुलेंस रजिस्टर्ड हैं।