- बारिश के मौसम में ऐसे करें सेफ ड्राइविंग
- 7 आसान तरीके करेंगे एक्सिडेंट से बचाव
- रफ्तार को कम रखना सबसे जरूरी काम
Monsoon Car Driving Tips And Tricks: भारत में मानसून आ चुका है और ज्यादातर राज्यों में भारी बारिश हो रही है. ऐसे में बारिश के दौरान या भीग चुकी सड़कों पर वाहन चलाते समय बहुत सावधानी बरतना जरूरी होता है ताकि किसी भी दुर्घटना से बचा जा सके. इस मौसम में आए दिल एक्सिडेंट होते रहते हैं और सैकड़ों लोग इनमें अपनी जान गंवा देते हैं. हाल में एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें तेज रफ्तार एंबुलेंस टोल प्लाजा पर पहुंचने से ठीक पहले गीली सड़क पर फिसलकर बुरी तरह दुर्घटनाग्रस्त होती है, इस घटना में कुल 4 लोगों के मारे जाने की खबर है. तो यहां हम आपको बता रहे हैं किस तरह सावधानी बरतने से इन दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है.
धीमी रफ्तार में गाड़ी चलाएं
बारिश में गीली सड़कों पर वाहन चलाते समय सबसे जरूरी होता है रफ्तार कम रखना. खासतौर पर मोड़ आने तक अपने वाहन की स्पीड को कम कर लें, इसके अलावा ब्रेक भी आराम से इस्तेमाल करें ताकि वाहन सड़क पर फिसले नहीं. इस मौसम में सड़क पर टायर की पकड़ कमजोर होती है और इनके फिसलने का खतरा बना रहता है. (Video Credit: ANI)
हाइटेक फीचर्स का इस्तेमाल करें
आज के जामने की कारों में कई ऐसे फीचर्स दिए जाने लगे हैं जो दुर्घटनाओं से काफी हद्द तक आपको बचाते हैं. इनमें हिल ट्रैक्शन कंट्रोल, ईएसपी, एबीएस, हिल डिसेंट कंट्रोल, ऑटोमैटिक वाइपर्स और ऐसे कई फीचर्स शामिल हैं. बारिश के मौसम में इन फीचर्स को ऑन करके रखें, इससे आपकी ड्राइविंग के दौरान ये सेफ्टी को बनाए रखने में बहुत मदद करते हैं.
ये भी पढ़ें : बिना झंझट घर में ही चेक करके देखें कहीं आपका पेट्रोल मिलावटी तो नहीं, ऐसे होगा ये काम
टायर प्रेशर की जांच करें
टायर प्रेशर सभी मौसम में आपकी ड्राइविंग पर बहुत महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है, खासतौर पर मानसून में. तो सुनिश्चित करें कि आपकी गाड़ी के टायर्स बेहतर स्थिति में हों, अलाइनमेंट और बैलेंस सही हो और इनकी थ्रेड भी अच्छी स्थिति में हो. इसके बाद टायर्स में हवा के प्रेशर की जांच भी करा लें. टायर में हवा कम या ज्यादा होने पर आपको सड़क पर कमजोर पकड़ मिलती है.
डिफॉगर की जांच कर लें
ड्राइवर चाहे कितना भी अनुभवी हो, मानसून में विंडस्क्रीन पर भाप जमने की परेशानी सबको सताती है और बहुत बार यही दुर्घटना का कारण भी बनती है. शीशे पर भाप जमने से आगे का नजारा धुधला हो जाता है, ऐसे में कार के एसी में दिया डिफॉगर बहुत कारगर साबित होता है. विंडशल्ड पर हवा देने वाला बटन दबाएं और जरूरत के हिसाब से इसका टेंप्रेचर अडजस्ट करें.
चालू रखें कार का हेडलाइट
बारिश के दौरान अपनी कार का हेडलाइट लो बीम यानी डिपर पर ऑन कर दें. नई कारों के साथ अब डेटाइम रनिंग लाइट मिलने लगे हैं जो सामने से आ रही कार को आपकी मौजूदगी का संकेत देते हैं. भारी बारिश में कार के हेडलैंप्स भी ऑन कर दें. याद रहे कि हेडलाइट लो बीम पर हो, अन्यथा सामने से आ रही गाड़ी से आपकी टक्कर भी हो सकती है. बारिश में कार जितनी ज्यादा विजिबल होगी, दुर्घटना का खतरा उतना ही कम होगा.
ये भी पढ़ें : इस कागज के बिना गाड़ी चलाते मिले तो हो सकती है जेल और मोटा जुर्माना, ऐसे करें बचाव
करा लें इलेक्ट्रिकल्स की जांच
मानसून से पहले ही अपनी कार के इलेक्ट्रिकल्स की जांच करा लें ताकि इस मौसम के लिए आपकी कार पूरी तरह से तैयार रहे. इनमें एसी, पावर विंडो, इंडिकेटर्स, हेडलाइट और टेललैंप्स, ब्रेक लाइट्स, हेजार्ड लाइट्स, वाइपर्स स्पीडोमीटर, फ्यूल गेज और मिरर अडजस्ट आदि शामिल हैं. ये सभी पुर्जे सही तरीके से काम करेंगे तो बारिश में वाहन चलाना काफी सुविधाजनक हो जाएगा.
सबसे जरूरी बात
इन सब पॉइंट्स पर ध्यान देने के अलावा एक और बहुत महत्वपूर्ण बात है जो आपको ड्राइविंग में काफी मदद करेगी. अनुभवी और बुजुर्ग ड्राइवर्स से बारिश में कार चलाने में आने वाली समस्याओं और उनके उपायों की जानकारी ले लें. इन अनुभवी ड्राइवर्स के बताए पैंतरे हमेशा काम करते हैं और बारिश के मौसम में आपको सुरक्षित यात्रा करने में बहुत मददगार साबित होते हैं.