- 6 एयरबैग्स लगने से महंगी हो जाएंगी कारें
- सस्ती कारें बिना लाभ के बेचते हैं - भार्गव
- इन्हें बंद करने में जरा भी नहीं झिझकेंगे
R C Bhargav On 6 Airbags And New Safety Norms For Cars: भारत सरकार देश में सड़क दुर्घटनाओं से मरने वाले लागों की संख्या 2025 तक आधी और 2030 तक शून्य करने का लक्ष्य लेकर चल रही है. इसी लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं हाइवे मंत्री नितिन गडकरी ने कार निर्माताओं को सेफ्टी बढ़ाने के लिए कहा है. लेकिन इस बात को लेकर भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता मारुति सुजुकी के चेयरमैन आर सी भार्गव बड़े असमंजस में हैं. छोटी और हैचबैक कार ग्राहकों को लेकर उनका कहना है कि जो व्यक्ति स्कूटर से अभी-अभी कार पर आया है, रोजाना ईंधन और खाने की बढ़ती कीमतों से जूझ रहा है, क्या वो सेफ्टी के लिए और पैसा खर्च करेगा?
एक्सिडेंट में सालाना मरते हैं डेढ़ लाख लोग
कारों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए भारत सरकार का पक्ष भी साफ है. सरकार के आंकड़ों की मानें तो भारत में सालाना 1.50 लाख लोग रोड एक्सिडेंट में अपनी जान गंवा देते हैं, वहीं 5 लाख लोग गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं. वर्ल्ड बैंक ने जून 2022 में अपनी एक रिपोर्ट के जरिए बताया कि दुनियाभर में मौजूद वाहनों का सिर्फ 1 फीसदी हिस्सा भारत में मौजूद है, लेकिन वैश्विक स्तर पर सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या का 10 प्रतिशत हिस्सा भारत से ही आता है. ऐसे में सरकार वाहन निर्माताओं पर इसकी जिम्मेदारी तय करते हुए कारों की सुरक्षा बढ़ाने की मांग कर रही है.
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महंगी हो जाएंगी कंपनी की किफायती कारें
मारुति सुजुकी के चेयरमैन आर सी भार्गव ने कहा, “1 अक्टूबर से सरकार अगर 6 एयरबैग्स अनिवार्य करती है तो सस्ते वाहन महंगे हो जाएंगे, ऐसे में कंपनी छोटे साइज की कारों का उत्पादन बंर करने में जरा भी नहीं हिचकेगी.” टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में भार्गव ने कहा कि हमारा मुनाफा छोटी कारों पर निर्भर नहीं है. लोगों की ये सोच गलत है. ऑल्टो जैसी कारों की बात करें तो हम इन्हें लगभग बिना लाभ के बेचते हैं.