- भोपाल में शुक्रवार रात से 10 दिनों की पूर्णबंदी
- पूर्णबंदी शुक्रवार की रात 8 बजे से शुरू होकर 4 अगस्त की सुबह तक चलेगी
- पूर्णबंदी के दौरान सब्जी, दूध, दवाई की दुकान आदि अति आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी
भोपाल: मध्यप्रदेश की राजधानी में कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने के मकसद से शुक्रवार की रात 8 बजे से 10 दिनों के लिए की पूर्णबंदी होने वाली है। पूर्णबंदी से पहले लोग राशन सहित अन्य जरूरी सामान की खरीदी के लिए बाजारों में पहुंच रहे हैं। इसके चलते आम दिनों के मुकाबले हर तरफ कहीं ज्यादा ही भीड़ नजर आ रही है।
सरकार ने 24 जुलाई की रात से 10 दिनों की पूर्णबंदी एक बार फिर से लागू करने का निर्णय लिया है। वहीं छतरपुर के मुख्य जिला एवं स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी को पद से हटा दिया गया है। वैसे, पूरे राज्य में रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक नियमित तौर पर कर्फ्यू चल ही रहा है। अब राजधानी में 10 दिनों की पूर्णबदी भी लागू होने जा रही है। यह पूर्णबंदी शुक्रवार की रात 8 बजे से शुरू होकर 4 अगस्त की सुबह तक चलेगी। आमजन से अपील की गई है कि वे अपने लिए आवश्यक वस्तुओं का भंडारण कर लें।
पूर्णबंदी के दौरान सब्जी, दूध, दवाई की दुकान आदि अति आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि पूर्णबंदी के दौरान सब्जी, दूध, दवाई की दुकान आदि अति आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी। गरीब वर्ग की सुविधा के लिए शासकीय उचित मूल्य की दुकानें खुली रहेंगी। मगर सभी निजी कार्यालय एवं व्यापारिक संस्थान बंद रहेंगे। सभी उद्योग चालू रहेंगे तथा औद्योगिक क्षेत्रों में आने-जाने के लिए फैक्ट्री स्वामी द्वारा अपने कर्मचारियों को जारी किए गए परिचय-पत्र मान्य किए जाएंगे। अति आवश्यक कार्य से भोपाल की सीमाओं के अंदर और बाहर जाने के लिए ई-पास दिए जाएंगे।
संक्रमण रोकने के लिए होम क्वारंटाइन पर खास जोर
वहीं संक्रमण रोकने के लिए होम क्वारंटाइन पर खास जोर दिया जा रहा है। इसके लिए लोगों को जागरूक करने पर भी जोर है। सरकार ने यह भी तय किया है कि जिन घरों में व्यवस्था हो, वहां संक्रमण के संदिग्ध मरीजों का होम आइसोलेशन किया जाए। जरूरी सामान खरीदने बाजार पहुंचीं गृहिणी सुषमा देवी का कहना है कि आने वाले दस दिनों तक किराना की दुकानें बंद रहेंगी, इसलिए उन्होंने आवश्यक सामान खरीद लिया है। अगर यह पूर्णबंदी एक माह तक ही होती है, तब भी किसी तरह की दिक्कत न आए, इसका इंतजाम कर लिया है। दूध, दवा और सब्जी की दुकानें खुली रहने से राहत रहेगी।
राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भोपाल में पूर्णबंदी को जरूरी बताते हुए कहा कि जब कोरोना भयावहता का रूप लेने लगे तो उसके चक्र को तोड़ने के लिए पूर्णबंदी आवश्यक है। अभी तक का अनुभव यही कहता है कि पूर्णबंदी से चक्र टूटता है और संक्रमण कम होता है।