- भोपाल के डॉक्टर्स को दो साल बाद मिलीं छुट्टियां
- कोराेना वायरस की वजह से लगातार काम पर थे डॉक्टर
- डॉक्टर्स की छुट्टी, मरीजों को कर सकती है परेशान
Bhopal AIIMS: करोना काल में तमाम कठिनाइयों को झेलते हुए एम्स और हमीदिया अस्पताल के डॉक्टरों ने करोना काल में मरीजों को भरपूर सेवा की, और इन्होंने अपनी छुट्टी पर ध्यान नहीं दिया ना ही उन्होंने प्रशासन से छुट्टियों के लिए कोई मांग की। राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल के चिकित्सको के लिए सोमवार से राहत भरी खबर सामने आई है, कोरोना में बिना छुट्टी के मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर्स को अब दो साल बाद ग्रीष्मकालीन छुट्टी पर जाने का मौका मिलेगा।
एम्स और हमीदिया अस्पताल में आधे डाक्टर सोमवार से ग्रीष्मकालीन छुट्टी पर रहेंगे, दरअसल करीबन दो साल बाद डॉक्टरों को छुट्टियाँ मिलेगी, यह छुट्टियाँ रोटेशन में एक-एक महीने की लीव में दी गई है। हालांकि डॉक्टर्स की इन छुट्टियों से मरीजों के लिए भारी परेशानी खड़ी हो सकती है।
मरीजों को हो सकती है परेशानी
आपको बता दें कि, इस समय भोपाल में भीषण गर्मी पड़ रही है और गर्मी ज्यादा होने के कारण ज्यादा लोग बीमार हो रहे हैं और इसी समय इन अस्पतालों के डॉक्टर ग्रीष्मकालीन छुट्टी पर जा रहे हैं, तो आप समझ गए आने वाले मरीजों की कितनी लंबी कतारें लगेंगी और उन्हें कितना इंतजार करना पड़ेगा। वहीं अस्पताल के सुपर स्पेशलिटी विभागों की बात की जाए तो इन विभागों में भी में एक या दो डॉक्टर ही मरीजों की जांच के लिए रहेंगे। इन डाक्टर्स के लिए काम का दबाव ज्यादा होगा क्योंकि इन्हें ओपीडी में मरीजों का इलाज करने के अलावा सर्जरी भी करना होगी।
3 मई से 120 डॉक्टर छुट्टी पर होंगे
भोपाल के हमीदिया अस्पताल की तो इस अस्पताल के क्लीनिकल डिपार्टमेंट में कुल 240 डॉक्टर है, इनमें से 120 डॉक्टर 3 मई से ही छुट्टी पर चले जाएंगे। साफ समझा जा सकता है कि, 120 डाक्टर्स के समर वेकेशन पर जाने से मरीजों को दिक्कत होगी, हालांकि अंदाजा लगाया जा सकता है कि, डाक्टर्स पर बढ़ता लोड सर्जरी टाल कर कम किया जा सकता है। इसे साथ ही हमीदिया अस्पताल में हृदय रोग, कार्डियक सर्जरी, बर्न तथा प्लास्टिक सर्जरी, मनोचिकित्सा विभाग, सर्जिकल ऑकोलॉजी, एंडोक्राइनोलॉजी, गैस्ट्रो सर्जरी, न्यूरोलॉजी, किडनी रोग विभागो में पहले से ही डाक्टर्स की कमी है, ऐसें में डाक्टर्स का समर वेकेशन बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के मरीजों के लिए परेशानी खड़ी कर देगा।