- ग्वालियर संभाग में भाजपा की ओर से समिति के संतुलन के लिए किए जा रहे हैं प्रयास
- निकाय चुनाव को लेकर हुईं सभी पार्टियां, बना रही हैं अपनी—अपनी रणनीति
- चुनाव के मद्देनजर भाजपा जुटी है रणनीति बनाने में, बांट रही है जिम्मेदारियां
Bhopal Municipal Elections 2022: मध्यप्रदेश में आगामी समय में होने जा रहे निकाय चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां सक्रिय हो गई हैं। कांग्रेस ने जहां महापौर पद के लिए प्रत्याशी का नाम घोषित कर दिया है। वहीं भाजपा भी रणनीति को आकार देने में जुट गई है। बीजेपी ने निकायों के चुनाव को लेकर चुनाव प्रभारियों व संभाग स्तर की समितियों की घोषणा कर दी है। प्रदेश में अब चुनाव का रंग परवान पर है। राजनीतिक पार्टियां चुनाव को लेकर रणनीति को तैयार करने सहित कार्यकर्ताओं की मान मनोव्वल करने लगी हैं।
कार्यकर्ता कैसे वोटों को जीत के आंकड़ों में बदलेंगे इस पर चर्चा की जा रही है। भाजपा की ओर से चुनाव प्रभारियों संभागीय चयन समितियों का ऐलान कर दिया गया है। चयन समितियां ही उम्मीदवारों का चयन कर उनका नाम टिकट बांटने वालों के समक्ष रखेंगी।
यहां समर्थकों को नहीं दी जा रही तवज्जो
इस बार निकाय चुनाव के लिए सूबे के ग्वालियर संभाग में भाजपा की ओर से समिति के संतुलन के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने खेमे के लोगों को समिति में बड़ी जिम्मेदारी दी है। वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों की अनदेखी की बातें सामने आ रही हैं। इस बार निकाय चुनाव में चार वरिष्ठ नेताओं को पदेन सदस्य बनाया गया। समिति में जहां विवेक शेजवलकर को संयोजक व लालसिंह आर्य को सह संयोजक का दायित्व सौंपा गया है। वहीं प्रदेश के सागर और भोपाल संभाग में सीएम के खास माने जाने वाले रामपाल सिंह को चुनाव में बड़ी जिम्मेदारी देकर उनका कद बढ़ाया गया है।
वरिष्ठ भाजपा नेता को किया दरकिनार
समितियों में वरिष्ठ भाजपा नेता सीताशरण शर्मा दरकिनार किए गए हैं। सागर संभाग में मुख्यमंत्री खास सिपहसालार भूपेंद्रदसिंह को वरियता दी गई है। जबकि गोपाल भार्गव और जयंत मलैया सदस्य बनाए गए हैं। अगर जबलपुर संभाग की बात करें तो सब ट्राइबल कोटे से ओमप्रकाश धुर्वे को संयोजक बनाया गया। सीएम शिवराजसिंह के विरोधी माने जाने वाले अजय विश्नोई को सदस्य बनाया गया। इसी कड़ी में राकेश सिंह व फग्गन सिंह को पदेन सदस्य के तौर पर राहत दी है।