- रीवा जिले के करहिया पंचायत में निर्विरोध खड़ी हुई सरपंच और सभी पंच
- करहिया पंचायत बना रीवा जिले का पहला और एकमात्र निर्वोरोध पंचायत
- पंचायती राज अधिनियम के अनुसार पंचायत को मिलेगा 25 लाख का इनाम
MP Panchayat Election 2022: मध्यप्रदेश में इस समय चल रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर हर तरफ घमासान मचा हुआ है। इस चुनाव को जीतने के लिए उम्मीदवार हर तरह के दांवपेच आजमा रहे हैं। वहीं इस सबके बीच रीवा जिले से एक अनोखी तस्वीर निकल कर सामने आई है। यहां के करहिया ग्राम पंचायत के लोगों ने आपसी सहमति से सरपंच पद के लिए एक आदिवासी महिला व 20 वार्डों के लिए सभी पंचों को चुनाव निर्विरोध कर लिया। यह जिले की पहली ऐसी पंचायत है जहां पर सरपंच सहित 20 पंचों के खिलाफ अभी तक कोई भी प्रत्याशी मैदान में नहीं आया है।
करहिया गांव के लोगों ने बताया कि, उन्होंने राजनीति से अलग विकास के लिए एकमत होकर मैट्रिक पास अनुसूचित जाति वर्ग की रेखा रावत को गांव का नेता चुना है। इसके साथ ही 20 पंच भी निर्विरोध चुन लिए गए है। वहीं रेखा रावत ने गांववालों से वादा किया है कि वे, गांव के सभी अधूरे विकास कार्यों को समय पर पूरा कराएंगी। बता दें कि, रीवा जिले में कुल 820 ग्राम पंचायते हैं। जिले में इसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 8 लाख 19 हजार 852 और महिला मतदाताओं की संख्या 7 लाख 52 हजार 607 है। कुल मिलाकर रीवा जिले में 15 लाख 72 हजार से ज्यादा मतदाता हैं।
पंचायत को मिलेगी 25 लाख की प्रोत्साहन राशि
मध्य प्रदेश के पंचायती राज अधिनियम के अनुसार जिस पंचायत का सरपंच पद निर्विरोध होगा, वहां की ग्राम पंचायत को प्रोत्साहन के रूप में प्रदेश सरकार द्वारा 15 लाख रुपए की इनाम राशि दी जाती है। वहीं सभी पंचों के निर्विरोध होने पर यह इनामी राशी 25 लाख हो जाती है। इस राशि को पंचायत के विकास कार्य में खर्च किया जाता है। इस बार रीवा जिले से करहिया पंचायत पहली और एकमात्र निर्विरोध पंचायत बनी है। अब यह पंचायत जिले की मॉडल पंचायत के रूप में प्रस्तुत की जाएगी। निर्विरोध चुने गए सरपंच और पंचों में 12 महिलाएं और 8 पुरुष हैं। इनमें ज्यादातर महिलाऐं कम पढ़ी लिखी हैं।