- शहर की सरकार तय करने में सत्तारूढ़ भाजपा अभी तक पशोपेश में
- भाजपा का दावा जल्द मामले को सुलझा लिया जाएगा
- महापौर प्रत्याशियों की टिकटों को लेकर चल रही उठापटक
Bhopal Elections 2022 : सूबे में शहर की सरकार तय करने में सत्तारूढ़ भाजपा अभी तक पशोपेश की स्थिति में है। जबकि कांग्रेस महापौर उम्मीदवारों की सूची जारी कर चुनावी रणनीति में जीत के दांवपेच खेलने में जुट गई है। बीजेपी अपने उम्मीदवार अभी तक तय नहीं कर पाई है। इसे लेकर भाजपा कोर ग्रुप की बैठकें जारी हैं।
बैठकों के कई घंटों दौर चलने के बाद भी प्रदेश के ग्वालियर सहित चार मेट्रोपॉलिटिन शहरों में नगर निगमों में महापौर के उम्मीदवारों के नामों को लेकर नेता एकराय नहीं हो पा रहे हैं। हालांकि इसे लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की ओर से दावा किया गया है कि जल्द इस मामले को सुलझा लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री निवास पर हुई तीन घंटे बैठक
मुख्यमंत्री आवास पर सीएम शिवराजसिंह चौहान की मौजूदगी में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा व संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने महापौर उम्मीदवारों के नामों को लेकर चर्चा की। करीब तीन घंटे तक इसे लेकर मंथन का दौर चला। अब कथित तौर पर जानकारी उभर कर सामने आई है कि सीएम सोमवार को आलाकमान से मिलने दिल्ली का रुख करेंगे। सीएम चौहान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे। जिससे मध्यप्रदेश में जिन सीटों को लेकर मतभेद हैं, उनका फैसला वहां हो जाए। 16 नगर निगमों के महापौर प्रत्याशियों में से अभी तक प्रदेश चुनाव समिति व कोर ग्रुप की ओर से 5 सीटों पर सिंगल नाम तय किए गए हैं, जिसमें छिंदवाड़ा, रतलाम, उज्जैन, सतना व बुरहानपुर है। भोपाल, ग्वालियर व इंदौर को लेकर अभी भी पेच फंसा है।
सिंह-सिंधिया कर रहे मंथन
महापौर पद की दौड़ में शामिल प्रत्याशियों के लिए टिकटों को लेकर उठापटक चल रही है। इसे लेकर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया सीएम शिवराजसिंह से भी मिले। प्रदेश भाजपा के संगठन के पदाधिकारी इसे लेकर लगातार मंथन कर रहे हैं। वहीं चर्चा है कि कहीं देरी हार की वजह ना बन जाए। इधर, कांग्रेस ने चुनावी रण में प्रचार का बिगुल फूंक दिया है। भोपाल में कांग्रेस की महापौर उम्मीदवार विभा पटेल मजबूत स्थिति में मानी जा रही हैं। ऐसे में भाजपा कोई ऐसा चेहरा उनके सामने लाना चाहती है, जो जीत हासिल कर सके।