- रानी शर्मा आत्महत्या मामले में प्रमुख सचिव और उनके निजी सचिव पर लगा है प्रताड़ना का आरोप
- मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच ने आरोपों की उच्च स्तरीय जांच की मांग की
- शाहपुरा पुलिस ने दर्ज नहीं किए मैनेजर के परिजनों के बयान
Bhopal Manager Suicide: शहर में कार्यरत इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन विभाग की 27 वर्षीय मैनेजर रानी शर्मा की आत्महत्या को अधिकारियों की मनमानी का नतीजा बताया जा रहा है। परिजनों का आरोप है कि, अधिकारी रानी की छुट्टियों को रद्द कर दिया करते थे। इससे वह तनाव में रहती थी। यह आरोप विभाग के प्रमुख सचिव संजय शुक्ला एवं उनके निजी सचिव बीके बरौनियां पर लगा है। अब मामले में मध्यप्रदेश कर्मचारी मंच के प्रांत अध्यक्ष अशोक पांडे ने मंत्रालय के कर्मियों के साथ जाकर मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव के नाम ज्ञापन सौंपा है। इसके माध्यम से रानी के परिजनों के आरोपों की उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई है।
ज्ञापन देने के दौरान कर्मचारियों ने कहा कि, रानी को मानसिक तनाव दिया जा रहा था। प्रमुख सचिव एवं उनके निजी सचिव उसकी छुट्टियां जानबूझकर रद्द किया करते थे। अशोक पांडे का कहना है कि, बरौनिया प्रमुख सचिव संजय शुक्ला का निजी काम देखते हैं एवं सेवानिवृत्ति होने के बाद विभाग में क्लास टू अफसर के पद पर रखा गया है।
रानी के पिता शनिवार तक भोपाल आकर दर्ज कराएंगे अपना बयान
मामले में रानी के परिजनों के बयान शाहपुरा पुलिस ने अब तक दर्ज नहीं किए है। उसके पिता वेदराम शर्मा ने पुलिस से फोन पर बातचीत की है। अब शनिवार को रानी के पिता भोपाल पहुंचेंगे और अपना बयान दर्ज करवाएंगे। पिछले 48 घंटे में पुलिस इस मामले से जुड़े रानी के पड़ोसी एवं साथ काम करने वाले विभाग के कर्मियों से पूछताछ कर रही है। पड़ोसियों का कहना है कि, रानी हंसमुख स्वभाव की थी। हालांकि कुछ दिनों से वह उदास रहने लगी थी।
अधिकारियों ने प्रताड़ना की बात से किया इंकार
रानी को प्रताड़ित किए जाने के आरोपों को अधिकारियों ने नकार दिया है। पुलिस ने पूछताछ के लिए जिन कर्मियों को बुलाया था, उन लोगों ने रानी से सामान्य जान-पहचान होने की बात कही है। पुलिस का कहना है कि, रानी के फ्लैट में अभी ताला लगा है। उसकी सहेली श्रेया ठाकुर इंदौर गई हुई है। जबकि रानी के परिजन ग्वालियर में हैं। अब शनिवार को परिजन के आने पर रानी के कमरों की तलाशी ली जाएगी। अगर, कोई सुसाइड नोट मिलता है तो उसमें लिखे गए नामों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।