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Bhopal Raid : भोपाल के इस रिटायर्ड कर्मचारी के पास मिला 'कुबेर का खजाना', आय से 280 प्रतिशत अधिक संपत्ति

Updated Aug 06, 2022 | 13:33 IST

Bhopal EOW : ईओडब्ल्यू की टीम आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में सरकारी कर्मियों के घर लगातार छापेमारी कर रही है। अब बिजली विभाग के सेवानिवृत्त सहायक यंत्री के घर छापेमारी हुई। इसमें सहायक यंत्री की संपत्ति जानकारी अधिकारी दंग रह गए। पूर्व कर्मी ने अपनी पत्नी के नाम पर फाइनेंस कंपनी में मोटी रकम निवेश कर रखी है।

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
एक और घूसखोर कर्मचारी पर कसा शिकंजा
मुख्य बातें
  • आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ की टीम ने दया प्रजापति के घर की छापेमारी
  • टीम को दया प्रजापति के घर से पांच करोड़ की संपत्ति के दस्तावेज मिले
  • अब भी जारी है ईओडब्ल्यू की टीम की जांच

Bhopal News : आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायत पर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) की टीम ने फिर बड़ी कार्रवाई की है। इस बार टीम ने बिजली विभाग के पूर्व सहायक इंजीनियर के घर छापेमारी की है। छापेमारी में अब तक की जांच में पांच करोड़ रुपए की संपत्ति की जानकारी मिली है। जबकि टीम की जांच अब भी जारी है। एक पूर्व सहायक इंजीनियर के घर इतनी राशि देख कर एक बार तो ईओडब्ल्यू की टीम भी हैरान रह गई।  शुक्रवार की सुबह शुरू हुई जांच शनिवार तक जारी है।  

आपको बता दें कि बालाघाट में शुक्रवार की सुबह ईओडब्ल्यू की टीम ने सेवानिवृत्त सहायक इंजीनियर दयाशंकर प्रजापति के घर पर छापेमारी की। इसमें पता चला कि इन्होंने अपनी पत्नी मंजू प्रजापति के नाम पर तीन फाइनेंस कंपनियों में बड़ा निवेश कर रखा है। दयाशंकर और मंजू के खिलाफ कई शिकायतें ईओडब्ल्यू के पास आ रही थीं। जांच में शिकायतों की पुष्टि के बाद टीम ने छापेमारी की। 

छह आलीशान मकान और 16 प्लॉट

आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ द्वारा दयाशंकर प्रजापति के घर पर छापेमारी में अब तक की जांच में सामने आया है कि इन्होंने बालाघाट में 6 आलीशान मकान बनाए हैं। 16 प्लॉट भी दोनों के नाम है। इनमें से चार प्लॉट सिंगरौली में हैं। इनकी संपत्ति आय से 280 प्रतिशत अधिक मिली है। दयाशंकर के 17 बैंकों में खाते हैं। ईओडब्ल्यू की टीम को उम्मीद है कि जांच पूरी होने के बाद इनकी अवैध संपत्ति में और इजाफा होगा। टीम इनके अन्य ठिकानों का पता लगा रही है। आपको बता दें कि दयाशंकर प्रजापति साल 2018 में सहायक इंजीनियर के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। इससे पहले ही उन्होंने 1994 में पत्नी मंजू प्रजापति के नाम पर बालाघाट में सतपुड़ा लीजिंग एंड फाइनेंस प्राइवेट कंपनी शुरू कर दी थी। इस कंपनी के माध्यम से प्रॉपर्टी खरीदने और बेचने का काम चल रहा था। अभी इस कंपनी के प्रबंध निदेशक दयाशंकर ही हैं। 

पूरी संपत्ति का किया जा रहा आकलन

इस बारे में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ के डीएसपी मंजीत सिंह का कहना है कि बिजली विभाग के सेवानिवृत्त सहायक इंजीनियर दयाशंकर प्रजापति के खिलाफ लगातार शिकायतें आ रही थीं। अब तक की कार्रवाई में उनकी जमीन के अतिरिक्त कंपनी के दस्तावेज और 17 बैंक खाते मिले हैं। सोना और चांदी के गहने भी मिले हैं। उनकी पूरी संपत्ति का आकलन किया जा रहा है। 

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