- दमोह में सनसनीखेज वारदात, हैवान बना पिता
- बाइक की चाबी नहीं देने पर पिता ने बेटे का कुल्हाड़ी से काटा हाथ
- कटे हाथ को लेकर पुलिस के पास पहुंचा पिता
Father Cut Son Hand: मध्य प्रदेश के दमोह जिले से सनसनीखेज खबर सामने आई है। यहां एक पिता ने अपने ही बेटे का एक हाथ कुल्हाड़ी से काट डाला। फिर उस कटे हुए हाथ को लेकर सड़क पर पैदल चलकर खुद पुलिस थाने पहुंच गया। पुलिस को आरोपी ने बताया कि, बेटे से बाइक की चाबी मांगी थी, लेकिन उसने चाबी नहीं दी, इससे गुस्से में आकर उसपर कुल्हाड़ी से वार कर उसका हाथ काट दिया। वहीं, मृतक की पत्नी ने आरोप लगाया कि उसके ससुर व देवर ने मिलकर पहले पति को लाठी से पीटा, इसके बाद उनका हाथ लकड़ी पर रखकर काट दिया। वो रहम की भीख मांगते रहे, पानी मांगते रहे, किसी ने मदद तक नहीं की।
युवक ने जबलपुर अस्पताल में ले जाते समय दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। साथ ही आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के अनुसार, पथरिया थाना इलाके के जेरठ चौकी के बोबई गांव में यह सनसनीखेज वारदात हुई।
बाइक की चाबी न देने पर पिता ने बेटे का कुल्हाड़ी से काटा हाथ
गांव निवासी मोतीलाल पटेल ने गुरुवार दोपहर के समय अपने बेटे संतोष से बाइक की चाबी मांगी थी, बेटे ने चाबी देने से मना कर दिया। चाबी न देने से पिता मोतीलाल पटेल गुस्से में आ गया। आरोप है कि, मोतीलाल ने घर में पहले संतोष को लाठी से जमकर पीटा, इसके बाद घर में रखी कुल्हाड़ी से बेटे संतोष का बायां हाथ धड़ से अलग कर दिया। हाथ शरीर से अलग होने पर संतोष बेहोश हो गया, इसके बाद पिता मोतीलाल पटेल अपने बेटे का कटा हुआ हाथ और कुल्हाड़ी लेकर पैदल ही सड़क पर चल दिया। यहां से वह सीधे जेरठ पुलिस चौकी पहुंचा। यहां उसने पूरी घटना की जानकारी पुलिस को दी।
आरोपी पिता कटा हाथ लेकर खुद पुलिस के पास पहुंचा
सड़क पर हाथ लिए मोतीलाल के जाते हुए वीडियो भी सामने आया है। एक पिता की क्रूरता देखकर हर कोई दंग है। वहीं, घायल युवक को अस्पताल ले जाया गया। गुरुवार रात जबलपुर ले जाते हुए रास्ते में युवक ने दम तोड़ दिया। वहीं, एसपी डीआर तेनिवार ने बताया कि, आरोपी पिता खुद चलकर आया था, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, संतोष ने करीब डेढ़ साल पहले किश्तों पर बाइक खरीदी थी। मौजूदा समय में संतोष को किश्त चुकाने में परेशानी हो रही थी। सात से आठ किस्त अभी रह गई थीं। संतोष अपने पिता से किश्त चुकाने के लिए पैसे मांगता था, लेकिन पिता मोतीलाल उसे रुपये नहीं देता था। मोतीलाल द्वारा रुपये नहीं देने से नाराज संतोष ने बाइक देने से इनकार कर दिया। इससे मोतीलाल को गुस्सा आ गया और वारदात को अंजाम दे डाला।
उन्होंने मेरे पति को मार डाला: पत्नी
दूसरी ओर, दमोह अस्पताल में पति की मौत पर फूट-फूट कर रोते हुए पत्नी ने दर्द बयां किया। पत्नी का कहना था कि, उन्होंने मेरे पति को मार डाला, मैं अपने पति को बचा भी नहीं पाई। मेरी आंखों के सामने ससुर ने कुल्हाड़ी से उनका हाथ शरीर से अलग कर दिया। मेरे सामने वो तड़प रहे, पानी मांगते रहे, लेकिन कोई पानी तक देने वाला नहीं था। मैं अपने पति को पानी भी नहीं पिला पाई।