- सीएम शिवराज सिंह ने बैठक में पुलिस अधिकारियों निर्देश दिए
- स्कूल प्रबंधन के 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
- सभी स्कूल बस चालकों को वेरिफिकेशन करने के निर्देश
Bhopal News: भोपाल में निजी स्कूल की बस में साढ़े तीन साल की एक बच्ची से रेप मामले में सीएम शिवराज सिंह चैहान एक्शन मोड में हैं। सीएम ने भोपाल पुलिस कमिश्नर सहित महकमे के आला अधिकारियों को तलब कर बैठक में साफ निर्देश देते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं बिल्कुल सहन नहीं की जाएंगी। सीएम ने कहा कि कोई कितना भी बड़ा हो कानून से उपर नहीं हो सकता। यह कोई साधारण मामला नहीं है। स्कूल कितना भी बड़ा हो इस तरह की घटनाओं के लिए वो भी जिम्मेदार है।
सीएम ने महकमे के आला अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि स्कूल प्रबंधन में जो भी लोग इस घटना के लिए जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई करें और ये सुनिश्चित करें कि सजा कितनी जल्दी हो सकती है। बैठक में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भी मौजूद रहे।
सीएम की फटकार के बाद चेती पुलिस
सीएम शिवराज सिंह चौहान की कड़ी फटकार के बाद चेती भोपाल पुलिस आनन-फानन में एसआईटी की टीम स्कूल पहुंची। टीम ने स्कूल बस का जीपीएस डाटा जब्त कर लिया। एडिशनल डीसीपी श्रुतिकीर्ति सोमवंशी के मुताबिक अब पुलिस इस बात की जांच करेगी कि आरोपी बस चालक ने चलती बस में वारदात को अंजाम दिया या फिर खाड़ी करने के बाद। श्रुतिकीर्ति के मुताबिक पुलिस की ओर से की गई पूछताछ में आरोपी ने चलती बस में घिनौनी वारदात करना स्वीकार किया है। पुलिस के मुताबिक स्कूल में जांच के दौरान आरोपी बस चालक व महिला केयर टेकर की नौकरी से संबंधित कागजात भी एसआईटी की टीम ने अपने कब्जे में लिए हैं।
चार के खिलाफ मामला दर्ज
एडिशनल डीसीपी श्रुतिकीर्ति सोमवंशी के मुताबिक रेप की घटना को लेकर सीएम से मिले निर्देशों के बाद स्कूल के चेयरमैन व प्रिंसिपल सहित कुल 4 लोगों के खिलाफ राजधानी के महिला थाने में मामला दर्ज किया गया है। एडिशनल डीसीपी के मुताबिक पुलिस ने स्कूल चेयरमैन नजम जमाल, निदेशक फैजल अली, प्राचार्य आशीष अग्रवाल और परिवहन प्रबंधक सैय्यद बिलाल को आरोपी बनाया है। सभी के खिलाफ धारा 188 व पॉक्सो एक्ट 21 के तहत मामला दर्ज किया है। इधर, राजधानी में इस तरह की अमानवीय घटना सामने आने के बाद स्कूल बसों में सुरक्षा प्रबंध पुख्ता किए जा रहे हैं। अभिभावकों के साथ ही पुलिस भी बसों की चेकिंग कर रही है। सीएम शिवराज सिंह ने सभी स्कूल बसों के चालकों का पुलिस वेरिफिकेशन चेक करने के भी निर्देश दिए। लापरवाही हुई तो स्कूल प्रबंधन जिम्मेदार होगा।