भोपाल: मध्यप्रदेश के तीन जिलों इंदौर, नीमच एवं आगर मालवा में मांस की दुकानों में रखे गये करीब 600 मुर्गे-मुर्गियों को मार कर दफनाया गया है।मध्यप्रदेश जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने सोमवार रात को बताया, 'मध्यप्रदेश में अब तक 18 जिलों- इंदौर, मंदसौर, आगर मालवा, नीमच, देवास, उज्जैन, खण्डवा, खरगोन, गुना, शिवपुरी, राजगढ़, शाजापुर, विदिशा, भोपाल, होशंगाबाद, अशोक नगर, दतिया और बड़वानी में कौओं और जंगली पक्षियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है।'
उन्होंने कहा कि प्रदेश के 41 जिलों से लगभग 1500 कौओं और जंगली पक्षियों के मृत्यु की सूचना प्राप्त हुई है।अधिकारी ने बताया कि भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा रोग अनुसंधान प्रयोगशाला को विभिन्न जिलों से अब तक 334 नमूने जाँच के लिये भेजे जा चुके हैं। इससे पहले मध्यप्रदेश पशुपालन विभाग के संचालक डॉ. आर के रोकडे ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में लगभग 1300 कौओं की मौत की सूचना मिली है। उन्होंने कहा कि भोपाल में एक गोरैया भी वायरस से मरी है।
600 या इससे भी अधिक मुर्गे-मुर्गियों को एनेस्थीसिया देकर मारा गया
रोकडे ने बताया कि राज्य में 8 से 10 कबूतर एवं इतने ही बगुलों सहित अन्य पक्षियों के मरने की भी खबर है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के तीन जिलों इंदौर, नीमच एवं आगर मालवा में मांस की दुकानों में रखे गये 600 या इससे भी अधिक मुर्गे-मुर्गियों को एनेस्थीसिया देकर मारा भी गया है और बाद में उन्हें दफना दिया गया है।रोकडे ने बताया कि जहां भी कौओं में बर्ड फ्लू पाया गया, वहां इसको फैलने से रोकने के लिए एक किलोमीटर के दायरे में जितनी भी चिकन दुकानें हैं, उनमें रखे गये मुर्गे-मुर्गियों को मारा गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसी भी कुक्कुट फार्म में अब तक मुर्गे या मुर्गी में बर्ड फ्लू नहीं पाया गया है।
इंदौर में बर्ड फ्लू की आहट 29 दिसंबर को सुनाई पड़ी थी
रोकडे ने बताया, 'मध्यप्रदेश में अब तक किसी भी कुक्कुट फार्म में मुर्गे-मुर्गियों को मारा नहीं गया।' उन्होंने कहा, 'ऐसा लगता है कि प्रवासी पक्षियों से देश में बर्ड फ्लू आया है। ऐसे प्रवासी पक्षियों के बीट को जांच के लिए भेजा गया है।' मध्यप्रदेश के पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने कहा कि भारत शासन द्वारा जारी परामर्श के अनुसार प्रदेश में बर्ड-फ्लू की रोकथाम के लिये हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं।
इंदौर में बर्ड फ्लू की आहट 29 दिसंबर को सुनाई पड़ी थी, जब रेसीडेंसी क्षेत्र के डेली कॉलेज परिसर में करीब 50 कौए मृत पाए गए थे। अधिकारियों के मुताबिक पशु चिकित्सा विभाग ने इनमें से दो कौओं के शव परीक्षण (ऑटोप्सी) के दौरान नमूने लेकर भोपाल की एक प्रयोगशाला में इनकी जांच कराई, तो इनमें बर्ड फ्लू के वायरस की पुष्टि हुई थी।