- नाथूराम गोडसे के मुद्दे पर दिग्विजय सिंह के बयान की प्रज्ञा ठाकुर ने की आलोचना
- 'देशभक्तों को कांग्रेस बदनाम करने का काम करती रही है'
- 'भगवा को भी कांग्रेस पार्टी आतंकवाद से जोड़ चुकी है'
भोपाल। साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर एक बार फिर चर्चा में हैं। वैसे तो वो अपने जोशीले बयानों के लिए जानी जाती हैं। लेकिन जब कभी भी वो नाथूराम गोडसे की बात करती हैं तो बवाल बढ़ जाता है। बता दें कि 2019 के आम चुनाव के दौरान जब उन्होंने गोडसे को देशभक्त बताया तो सियासत गरमा गई और पीएम नरेंद्र मोदी को खुद कहना पड़ा कि वो दिल से कभी प्रज्ञा ठाकुर को माफ नहीं कर पाएंगे। अब एक बार फिर उनका बयान इस विषय पर आया है, यह बात अलग है कि सीधे तौर पर उन्होंने गोडसे का नाम नहीं लिया।
दिग्विजय पर भड़कीं प्रज्ञा ठाकुर
दरअसल नाथूराम गोडसे के बारे में कांग्रेस के कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह से सवाल किया गया था। उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोगों को तो ऐसे लोग देशभक्त नजर आते हैं। जब इसी सवाल के बारे में प्रज्ञा ठाकुर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि दरअसल कांग्रेस के लोगों का इतिहास ही रहा है कि वो देशभक्तों के बारे में बुराभला कहते रहे हैं, इसमें नई बात कुछ भी नहीं है। प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के लोग तो भगवा को भी आतंक से जोड़ चुके हैं अब इससे अधिक निकृष्ट काम क्या हो सकता है।
भगवा को बदनाम करने की कोशिश बर्दाश्त नहीं
अब सवाल यह है कि प्रज्ञा ठाकुर की जुबां पर नाथूराम गोडसे क्यों आ जाता है। इस सवाल का जवाब वो खुद देती हैं। वो पहले भी कह चुकी हैं कि नाथूराम गोडसे को समग्र तौर पर समझने की कोशिश नहीं की गई। कांग्रेस के लोगों ने कई दशकों तक प्रोपगैंडा करते रहे हैं। वो खुद हिंसात्मक गतिविधियों का समर्थन नहीं करती है। लेकिन जब खास मकसद के तहत भगवा को बदनाम करने की साजिश रची जाएगी तो उनका चुप बैठना भी मुनासिब नहीं होता। उनका मकसद है कि इस देश में तुष्टीकरण और उसे बढ़ाने वालों को किसी भी रूप में सराहना नहीं की जा सकती है।