- भोपाल में कांग्रेसी कार्यकर्ता आपस में भिड़े, निकाय चुनाव को लेकर चल रही थी चर्चा
- टिकट दावेदारी पर कार्यकर्ता आपस में भिड़े
- लात- घूसों के साथ कुर्सियां भी चलीं
चुनाव के दौरान टिकट की मांग को लेकर कार्यकर्ताओं के आपस में भिड़ने की खबरें कोई नई बात नहीं है। कुछ ऐसा ही नजारा भोपाल में दिखा जब कांग्रेसी कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। मामला वही पुराना टिकट की दावेदारी से जुड़ा हुआ था। मध्य प्रदेश में निकाय चुनाव होने वाले हैं और हर पक्ष अपनी आवाज बुलंद करने की कोशिश कर रहा था। मामला टिकट का था उसकी दावेदारी का था। भोपाल में टिकट वितरण पर मंथन चल रहा था कि माहौल एकाएक खराब हो गया। टिकट की दावेदारी पर दो पक्ष आपस में भिड़ गए। कोई भी पक्ष एक दूसरे की सुनने को तैयार नहीं था। एक बार गरमागरमी बढ़ी तो नॉन स्टॉप बढ़ती चली गई। पहले हाथापाई, फिर लात घूंसे और उसके बाद कुर्सियों को कार्यकर्ताओं ने हथियार बना लिया।
संवाद की जगह बाहुबल
मुंह से निकले तर्क जब काम ना आए तो बाहुबल का इस्तेमाल हुआ। कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे का लात- घूसों से स्वागत किया तो एक दूसरे के ऊपर कुर्सियां तक फेंकी। बैठक में मौजूद कुछ लोगों ने माहौल को शांत करने की कोशिश की लेकिन नतीजा सिफर ही रहा। सभी पक्ष किसी की सुनने को तैयार नहीं थे। किसी तरह से आलाकमान को यह संदेश देने की कोशिश कि टिकट के लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार उसके बगैर और कोई दूसरा नहीं है। होहल्ला और हंगामे के बाद सभा स्थगित कर दी गई।