- मध्य प्रदेश में बीजेपी को लगा झटका, पूर्व मंत्री शुक्ल ने थामा कांग्रेस का दामन
- ग्वालियर क्षेत्र के वरिष्ठ नेता बालेंदु शुक्ल ने कमलनाथ के सामने दी कांग्रेस की सदस्यता
- मध्य प्रदेश में होने हैं विधानसभा के उपचुनाव, बीजेपी के लिए है परीक्षा की घड़ी
भोपाल: मध्य प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभी उपचुनाव से पहले नेताओं का पाला बदलने का सिलसिला शुरू हो गया है। इस कड़ी में शुक्रवार को पूर्व मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता बालेंदु शुक्ल ने भारतीय जनता पार्टी का दामन छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया। ग्वालियर के वरिष्ठ नेताओं में गिने जाने वाले 74 साल के शुक्ल ने भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निवास पर पहुंचकर कांग्रेस में शामिल होने का ऐलान किया।
सोशल डिस्टेंसिंग की धज्ज्यिां
इस दौरान कांग्रेस के कई नेता मौजूद रहे। कांग्रेस में शामिल होने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की खूब धज्जियां उड़ीं और जो तस्वीर सामने आई है उसमें कमलनाथ सहित कोई भी नेता मास्क पहने नजर नहीं आया। शुरूआत में कांग्रेस से अपनी राजनीति शुरू करने वाले शुक्ल को माधवराव सिंधिंया का मित्र कहा जाता था लेकिन 2008 में उन्होंने भाजपा की सदस्यता हासिल कर ली।
होने हैं उपचुनाव
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में कुछ समय पहले ही कमलनाथ सरकार को उस समय इस्तीफा देना पड़ा था जब कांग्रेस के 24 विधायकों ने बागी रूख अपनाते हुए इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद बीजेपी ने राज्य में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सरकार बनाई। राज्य की इन 24 विधानसभा सीटों पर फिर से उपचुनाव होना है और ऐसे में कांग्रेस की कोशिश है कि फिर से इन सीटों पर बढ़त ली जाए।
बीजेपी भी रणनीति में जुटी
वहीं भाजपा भी उपचुनाव के लिए कमर कर चुकी है। इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के अधिकतर नेताओं को बीजेपी की तरफ से टिकट मिलना तय है। ऐसे में यह भी सवाल उठ रहे हैं कि यदि कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए नेताओं को टिकट दिया जाता है तो फिर बीजेपी के पुराने नेता क्या कदम उठाएंगे। वहीं कांग्रेस लगातार बीजेपी की रणनीति पर नजर बनाए हुए हैं और बीजेपी नेताओं को अपने पाले में करने की कोशिशों में जुटी हुई है।