- हफ्ते में 4 दिन रहेगी दोनों शहरों के बीच उड़ान
- दोनों शहरों के लोगों को मिल सकेगा इस महत्वपूर्ण फ्लाइट सेवा का लाभ
- बिलासपुर एयरपोर्ट से भोपाल के लिए पहली उड़ान भरेगा विमान
बिलासपुर से भोपाल के बीच अब हफ्ते में 4 दिन हवाई सुविधा का लाभ अंचलवासियों को मिलने वाला है। एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया पांच जून से बिलासपुर से भोपाल के बीच उड़ान को अनुमति प्रदान कर दी है। बिलासा एयरपोर्ट प्रबंधन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। हवाई सुविधा में विस्तार को लेकर दोनों शहरों के बीच इस उड़ान को महत्वपूर्ण शुरुआत कहा जा रहा है।
बिलासपुर से भोपाल के मध्य सप्ताह में चार दिन हवाई सुविधाएं दी जाने वाली है। सोमवार, मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को बिलासपुर से भोपाल के लिए बिलासा एयरपोर्ट से प्लेन रवाना होने वाला है।
ये है शुरू होने वाली उड़ान का शेड्यूल
बिलासा एयरपोर्ट से पांच जून को सुबह 11.30 बजे भोपाल के लिए उड़ान होने वाली है। बिलासा एयरपोर्ट प्रबंधन से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्रीय नगर विमानन मंत्रालय से मिली मंजूरी के बाद उड़ान को लेकर शेड्यूल जारी कर दिया है। पांच जून को सुबह 11.30 बजे भोपाल के लिए एयरपोर्ट से उड़ान की शुरुआत हो जाएगी। इसी तरह भोपाल से बिलासपुर के लिए यह उड़ान 3.45 बजे वापस आएगी और शाम सवा चार बजे यह उड़ान जबलपुर के लिए रवाना होगी। जानकारी के लिए बता दें बिलासा एयरपोर्ट से वर्तमान में बिलासपुर से दिल्ली जबलपुर और दिल्ली प्रयागराज के लिए घरेलू उड़ान की सुविधाएं भी दी जा रही है। एलायंस एयर कंपनी द्वारा यह सुविधा दी जा रही है।
बिलासा एयरपोर्ट को फोर सी श्रेणी के लिए यह काम है जरूरी
बिलासा एयरपोर्ट को थ्री-सी से फोर-सी श्रेणी में उन्नयन के लिए एयरपोर्ट में तकनीकी कार्यों के साथ साथ जमीन की आवश्यकता भी है। एयरपोर्ट में रनवे विस्तार के लिए अभी भी 270 एकड़ जमीन की जरूरत है। यह जमीन वर्तमान में सेना के कब्जे में है। चकरभाठा बेसकैंट के लिए राज्य शासन ने सैन्य मंत्रालय को चकरभाठा, धमनी सहित आसपास के 8 गांव के किसानों और अपनी कुल 1173 एकड़ जमीन का आवंटन भी कर दिया है। सैन्य मंत्रालय बेसकैंट का निर्माण प्रारंभ अब तक नहीं कर पाए हैं। जब तक 270 एकड़ जमीन सेना से नहीं मिलेगी, रनवे विस्तार का कार्य पूरा नहीं हो सकेगा। फोर-सी श्रेणी के एयरपोर्ट के उन्न्यन के लिए रनवे विस्तार का कार्य आवश्यक है। रनवे का विस्तार 1490 मीटर से 2885 मीटर तक करने की योजना एयरपोर्ट प्रबंधन ने बनाई है।