- पूर्व दस्यू मलखान सिंह के नाम से कांपता था पूरा चंबल
- मलखान सिंह की पत्नी ने सरंपच चुने जाने के बाद कहा, विकास पर रहेगा फोकस
- इस पंचायत पर सीएम शिवराज सिंह की है नजर
Madhya Pradesh Panchayat Election: मध्यप्रदेश के पंचायत चुनाव इस बार काफी चर्चा में रहे। एमपी के गुना जिले के आरोन इलाका की सुनगयाई पंचायत में पूर्व डकैत मलखान सिंह की पत्नी सरपंच चुनी गई हैं। जानकारी के लिए बता दें इस पंचायत में सरपंच और सभी 12 पदों पर महिलाएं ही चुनी गई हैं। मलखान सिंह से कभी पूरा चंबल कांपता था। बता दें कि इस पंचायत पर सूबे के सीएम शिवराज सिंह की भी नजरें थीं। मुख्यमंत्री ने इस बात की घोषणा भी की थी कि जिस पंचायत में सभी सदस्यों पर महिलाएं निर्विरोध चुनी जाएंगी उस पंचायत को 15 लाख रुपये दिए जाएंगे।
मिली जानकारी के अनुसार ललिता ने कहा कि उनका उद्देश्य गांव का विकास करना है। गांव में कई सालों से विकास नहीं हो रहा था। सड़क-पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी को दूर करना है। ये पंचायत करीब 20 साल अनारक्षित हुआ करती थी। उस वक्त तत्कालीन सरपंच को निर्विरोध ही चुना गया था। बताया जाता है उस वक्त भी यहां विकास के कई काम हुए थे। 20 वर्ष बाद ये पंचायत सामान्य महिला के लिए आरक्षित की गई। इसलिए ग्रामीणों ने भी अपना सरपंच निर्विरोध चुनने का फैसला किया था।
अब विकास की राह पर चलेगा सुनगयाई गांव
मिली जानकारी के अनुसार पूर्व दस्यु मलखान सिंह का भी कहना है कि कई सालों से गांव ने विकास नहीं देखा। गांव ने कई सरपंच बदलकर देख लिए लेकिन यहां न बिजली, न नल और न ही सड़कें बनी हैं। मलखान सिंह ने बताया कि सुनगयाई ग्राम पंचायत 1200 ग्रामीणों की पंचायत है। इसिलए अब यहां विकास करने में न ही देर की जाएगी और न ही कोई काम अधूरा छोड़ा जाएगा। हम निर्विरोध पंचायत में सारे काम करेंगे। बता दें कि मलखान सिंह का कहना है कि हम इस पंचायत में भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर नहीं होंगे देंगे।
मलखान सिंह ने इसलिए उठाई बंदूक
जानकारी के लिए बता दें कि मलखान सिंह कुख्तात दस्यु रहा है। उसके नाम से पूरा चंबल कांपता था। उनका जन्म भिंड जिले के बिलाव गांव में हुआ। बताया जाता है कि उसने अपने ऊपर हुए जुल्म और पुलिस की बर्बरता के खिलाफ बंदूक उठाई। उस वक्त दबंगों से जमीन को लेकर विवाद हुआ था। मलखान सिंह ने गांव के दबंगों की मनमानी सहने से इनकार कर दिया था। पुलिस ने उसे जेल भी भेजा। इन सबसे तंग आकर मलखान बागी हो गए। डकैत बन गए। उनके खौफ से पूरा चंबल कांपता था।