- लंबोदर को दो करोड़ की गोल्ड ज्वेलरी से सजाया गया
- 10 दिनों तक रोज लगेगा 11 हजार मोदकों को भोग
- एकादशी पर लगेगा फलाहारी विशेष भोग
Ganesh Chaturthi 2022: मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में गणेश चतुर्थी पर्व के मौके पर शहर के प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर में बुधवार को भगवान गजानन का दो करोड़ की ज्वैलरी से श्रंगार किया गया। भगवान लंबोदर को सजाने में करीब 5 घंटे का समय लगा। इसकी तैयारी मंगलवार रात्रि से ही शुरू हो गई थी। इसके बाद डीएम मनीष सिंह व आयुक्त प्रतिभा पाल ने बुधवार की प्रात: सवा लाख मोदकों सहित ध्वज पूजा कर महोत्सव की शुरूआत की।
आपको बता दें कि, कोरोना महामारी के चलते रोजमर्रा के जीवन पर दो साल तक लगे ब्रेक के चलते त्योहारों व उत्सवों पर भी रोक लगी थी। दो साल बाद खजराना मंदिर में रौनक लौटी है तो इस बार उत्सव पर श्रद्धा का बड़ी तादाद में संगम जुटा है। गणेश चतुर्थी महोत्सव को लेकर भक्तों में खासा उत्साह है। गौरतलब है कि, मंदिर में श्रद्धालुओं के उमड़े सैलाब को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से बड़ी संख्या में जवान तैनात किए गए हैं।
रोज लगेगा 11 हजार मोदकों को भोग
गणेश चतुर्थी महोत्सव को लेकर मिली जानकारी के मुताबिक मंदिर में बुधवार सहित आगामी 10 दिनों तक भगवान गणपति को रोजाना 11 हजार अलग - अलग मोदकों को भोग लगेगा। जिसमें कभी सोंठ से तो कभी अजवायन से बनें मोदक भगवान गणेश को चढाए जाएंगे। इसी प्रकार कभी उड़द, मूंग, तिल, बेसन, मोतीचूर, चावल सहित एकादशी पर फलाहारी का भोग लगाया जाएगा। भगवान को सजाने के लिए ट्रेजरी से मंगलवार को करीब दो करोड़ के सोने के गहनें लाए गए। महोत्सव के तहत 10 दिनों तक रोज शाम को भजन संध्या होगी। आपको बता दें कि, खजराना गणेश मंदिर एक मात्र ऐसा मंदिर है जिसमें भगवान गजानन अपने परिवार पत्नी रिद्धि- सिद्धि, पुत्र शुभ-लाभ व पौत्र आमोद- प्रमोद सहित विराजमान हैं। जानकारी के मुताबिक इस मंदिर का निर्माण होलकर राजवंश की राजमाता अहिल्या बाई होलकर ने करवाया था। गणेश चतुर्थी को लेकर इंदौर के रजवाड़ा इलाके में भजन संध्या चल रही है। गणेश चतुर्थी के मौके पर बुधवार को प्रात: से ही श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर में आना शुरू हो गई थी। मंदिर में दर्शनों की व्यवस्था शाम आठ बजे तक रहेगी।