- कोहेफिजा थाना क्षेत्र अंतर्गत एक सरकारी स्कूल की घटना
- स्कूल के टॉयलेट में आरोपी ने बच्ची के साथ की हैवानियत
- छह दिन पहले ही स्कूल में बच्ची ने कराया था दाखिला
Child Abuse in Bhopal: जिले के कोहेफिजा थाना क्षेत्र अंतर्गत एक सरकारी स्कूल में बच्ची के साथ ज्यादती की गई है। स्कूल की सफाई कर्मचारी के पति ने शौचालय में गई बच्ची के साथ ज्यादती की। बच्ची ने शिक्षक को घटना बताई। चूंकि बच्ची ने छह दिन पहले ही स्कूल में दाखिला लिया था, इसलिए आरोपी को नहीं पहचानती थी। बच्ची ने शिक्षक को बताया कि, पीली शर्ट और लाल पैंट पहने अंकल ने उसके साथ गंदी हरकत की है।
स्कूल प्रबंधन से सूचना मिलने पर कोहेफिजा पुलिस स्कूल पहुंची। यहां बच्ची ने पुलिस के सामने आरोपी को पहचान लिया। इससे पहले आरोपी बच्ची को घूर रहा था, ताकि डरकर उसकी पहचान नहीं करे पर बच्ची ने साहस दिखाया। उसने आरोपी की पहचान कर ली। कहा इन्होंने ही मेरे साथ गंदी हरकत की है।
स्कूल परिसर में ही परिवार के साथ रहता था आरोपी
टीआई विजय सिंह सिसोदिया के मुताबिक, आरोपी लक्ष्मीनारायण धानक अपने परिवार के साथ स्कूल परिसर में ही रहता था। उसकी पत्नी स्कूल में सफाई कर्मचारी है। दोनों के दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि, स्कूल के लंच टाइम में बच्ची शौचालय गई थी, उस दौरान आरोपी वहां पहुंच गया। उसने बच्ची की आंख बंद कर दी और मुंह दबाकर उसके साथ ज्यादती की। फिर आरोपी वहां से भाग गया था। हालांकि बच्ची ने आरोपी के कपड़े देख लिए थे।
दूसरे शौचालय में अंधेरा होने के चलते जाने से कतराते हैं बच्चे
टीआई ने बताया कि, स्कूल में दो शौचालय हैं। नए वाले शौचालय में अंधेरा रहता है, जिस कारण उसमें बहुत कम बच्चे जाते हैं। यह बच्ची स्कूल में नई थी, इसलिए अंधेरे वाले शौचालय में चली गई थी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि, स्कूल में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। जो कि तीन दिनों से खराब हैं। पुलिस द्वारा इस पर सवाल किए जाने पर स्कूल प्रबंधन ने बताया कि, बारिश का पानी डीवीआर में चला गया था। अब उसे ठीक करवाने की बात कही।
बच्ची के बेबाकी-साहस की तारीफ
पुलिस ने बच्ची की बेबाकी और साहस की तारीफ की। कहा कि जिस तरह से आरोपी उसे डराने के लिए घूर रहा था, उसके बावजूद बच्ची ने बेखौफ होकर उसकी पहचान की यह तारीफ की बात है। पुलिस अधिकारी ने अन्य बच्चों से भी अपील की है कि, किस तरह की गलत हरकत होने पर चूप नहीं रहें। अपने शिक्षक, माता-पिता या परिजन को सूचना दें। पुलिस अधिकारी ने शिक्षकों से भी कहा कि, बच्चे-बच्चियों को गुड टच और बैड टच की शिक्षा दी जाए, जिससे उनमें जागरुकता आए।