- कमलनाथ ने बदनावर में कार्यकर्ता सम्मेलन को को संबोधित किया
- मैं महाराजा नहीं हूं ,मैं मामा नहीं हूं , मैंने कभी चाय नहीं बेची: कमलनाथ
- कौन टाइगर है, कौन टाइगर नहीं है, ये एमपी की जनता तय करेगी: कमलनाथ
भोपाल: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ-साथ बीजेपी के राज्यसभा सांसद और पूर्व कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधा है। कमलनाथ ने बदनावर विधानसभा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में कहा कि कौन टाइगर है, कौन टाइगर नहीं है, ये मध्य प्रदेश की जनता तय करेगी।
उन्होंने कहा, 'मैं महाराजा नहीं हूं, मैं टाइगर नहीं हूं, मैं मामा नहीं हूं, मैंने चाय नहीं बेची कभी, मैं कमलनाथ हूं। मैंने नई शुरूआत के लिए प्रयास किया। कौन टाइगर है, कौन टाइगर नहीं है, ये मध्य प्रदेश की जनता तय करेगी कि कौन बिल्ली है और कौन चूहा।'
उनके इस बयान पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जब चुनाव आते हैं तभी कांग्रेस को मंदिर और भगवान याद आते हैं। अगर लगातार पूजा करते रहें, तो चुनाव के समय याद थोड़े ही आएगी। पूरे मध्य प्रदेश का सत्यानाश कर गए वो (कमलनाथ)। जो भी उन्होंने किया उसका परिणाम एमपी की जनता भुगत रही है।
'टाइगर अभी जिंदा है'
हाल ही में शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस नेताओं दिग्विजय सिंह और कमलनाथ पर तीखा वार किया था। उन्होंने कहा था, 'मुझे दिग्विजय सिंह और कमलनाथ से किसी भी प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है। तथ्य लोगों के सामने हैं कि उन्होंने 15 महीने में राज्य को कैसे लूटा....मैं उनसे कहना चाहता हूं टाइगर अभी जिंदा है।'
कैबिनेट में सिंधिया का दबदबा
कांग्रेस से निकलने के बाद खुद पर लग रहे आरोपों से नाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पिछले करीब तीन महीनों से उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। मध्य प्रदेश में कैबिनेट विस्तार में जिन 28 नए चेहरों को जगह मिली है, उनमें 12 ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी माने जाते हैं। इस कैबिनेट विस्तार में यशोधरा राजे सिंधिया को भी जगह मिली है, जो ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ हैं। ज्योदिरादित्य के साथ कांग्रेस के कई विधायकों ने पार्टी छोड़ दी थी, जिससे इस साल मार्च में कमलनाथ की सरकार गिर गई। बाद में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में बीजेपी ने सरकार बना ली।