- डेढ़ घंटे तक अपनी मां से दूर होकर रोती रही बच्ची
- पुलिस ने दरवाजा तोड़कर मां और बच्ची को बचाया
- लगातार रोने के कारण बच्ची हो चुकी थी बदहवास
Bhopal Accident News: डेढ़ साल की उम्र की एक नादान बच्ची उस पर और उसकी मां की जान पर आफत बन गई। भोपाल के कोलार इलाके में इस मासूम बच्ची ने गलती से अपनी ही मां को बाथरूम में बंद कर दिया। जिसके बाद करीब 1 घंटे तक स्थिति बेहद तनावपूर्ण रही। बाथरूम के अंदर बंद बच्चे की मां वहां पर रोती चीखती रही, वहीं बाहर उसकी छोटी बच्ची रोती रही। चारों तरफ से दरवाजा बंद होने के कारण लोगों को दोनों की इस परेशानी का पता भी नहीं चल पाया।
आखिर में मां ने बाथरूम का रोशनदान तोड़कर शोर मचाया। जिससे इस घटना की जानकारी पड़ोसियों को मिल सकी। पड़ोसी ने बचाने के लिए घर में घुसने की कोशिश की, लेकिन घर अंदर से बंद था। लोगों ने इसकी जानकारी तत्काल पुलिस को दी। जिसके बाद पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर मां और बेटी को सुरक्षित किया। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान बच्चे की जान सबसे अधिक खतरे में थी, क्योंकि वह घर में अकेली थी।
घर पर अकेली थी मां-बेटी
मां-बेटी को बचाने वाले सब इंस्पेक्टर जय कुमार सिंह ने बताया कि सर्वधर्म सी सेक्टर कोलार में सागर होम्स के एक फ्लैट में 30 साल की निधि सराठे अपने पति और डेढ साल की बेटी मान्या के साथ रहती है। निधि के पति ड्राइवर हैं, इसलिए वे प्रतिदिन सुबह ही काम पर निकल जाते हैं। घटना के समय भी वे काम पर गए थे और घर पर निधि और मान्या अकेली थी। इसी दौरान निधि बाथरूम में गई और उसके पीछे खेलते हुए मान्या भी आ गई। उसने खेलते हुए बाथरूम का दरवाजा बंद कर दिया। उसके बाद निधि ने अपनी बेटी से दरवाजा खुलवाने की काफी कोशिश की, लेकिन वो दरवाजा नहीं खोल पाई। इस दौरान छोटी बच्ची जोर-जोर से रोने लगी। इससे मां और बेटी दोनों परेशान हो गए। जिसके बाद निधि ने बाथरूम के रोशनदान से शोर मचाना शुरू कर दिया।
नहीं खोल पाए दरवाजा तो पुलिस को बुलाया
पड़ोसियों ने पहले दरवाजा खोलने की कोशिश की, लेकिन अंदर से बंद होने के कारण उसे नहीं खोल पाए। जिसके बाद इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। जिसके बाद पहुंचे सब इंस्पेक्टर जय कुमार सिंह ने पहले घर के मुख्य दरवाजे को तोड़ा फिर अंदर जाकर महिला को बाथरूम से बाहर निकाला। इस पूरी प्रक्रिया में एक घंटे का समय लग गया। इस दौरान छोटी बच्ची रो-रो कर बदहवास हो चुकी थी।