- यात्रियों के हर टिकट पर बचेंगे 15 से 20 रुपये
- फिलहाल 90 प्रतिशत ट्रेनों के सामान्य कोचों के टिकट पहले ही खरीदने पड़ते हैं
- रेलवे बोर्ड ने 120 दिन पहले ही आरक्षण की बंदिश हटाने की कि थी घोषणा
Bhopal Railway Division: रेल यात्रियों को 29 जून से बड़ी राहत मिलने वाली है। इस दिन यात्री बिना आरक्षण कराए जनरल बोगी में सफर कर सकेंगे। भोपाल रेल मंडल में जनरल बोगी में आरक्षण कराने की बंदिश हटाने का ऐलान कर दिया है। इसका अर्थ है कि, अब सफर से पहले यात्रियों को टिकट का आरक्षण नहीं करवाना होगा।
इससे प्रति टिकट यात्रियों के लिए 15 से 20 रुपए बचेंगे। फिलहाल यात्रियों को 90 प्रतिशत ट्रेनों के सामान्य कोचों के टिकट पहले ही खरीदने पड़ते हैं। इस टिकट में मूल किराए के अलावा अलग से 15 से 20 रुपए आरक्षण शुल्क लगता है।
कोरोना काल में नियम किया गया था लागू
कोरोना संक्रमण फैलने पर ट्रेनों में बढ़ी भीड़ कम करने के लिए रेलवे ने जनरल बोगियों में आरक्षण टिकट को अनिवार्य किया था। जनरल कोचों के टिकट उसी तरह मिलने लगे थे, जैसी स्लीपर एवं एसी श्रेणी के टिकट मिलते थे। अगर, जनरल कोचों में सीटें खाली होती थीं तो भी ट्रेन के चलने से चार घंटे पहले टिकट लेने पड़ते थे। सीट खाली होने की स्थिति में भी तत्काल आरक्षण व्यवस्था के माध्यम से टिकट मिलते थे। यह व्यवस्था मजदूर, किसान, अप और डाउनरों के लिए चुनौतीपूर्ण है। इन लोगों का आरक्षण करवाना मुश्किल हो जाता था।
जिस समय घोषणा हुई लाखों यात्री करा चुके थे आरक्षित टिकट
बता दें,, रेलवे बोर्ड ने पहले ही 120 जनरल बोगी से आरक्षित टिकट की बंदिश की समाप्त कर दिया था। तब तक लाखों यात्रियों ने जनरल बोगी के लिए आरक्षित टिकट बनवा लिए थे। इस कारण से तुरंत आरक्षण व्यवस्था को बंद करना आसान नहीं था। इस वजह से रेलवे ने इसे बाद में लागू करने का निर्णय लिया। तब लागू करने से आरक्षित टिकट करा चुके और बिना आरक्षण वाले यात्रियों में बोगी में विवाद पैदा होता।
100 प्रतिशत ट्रेनों में भी समाप्त होगी बाध्यता
इस बारे में भोपाल रेल मंडल के प्रवक्ता सूबेदार सिंह का कहना है कि, 100 प्रतिशत ट्रेनों में 29 जुलाई से एक जुलाई के बीच आरक्षण कराने की बाध्यता समाप्त कर दी जाएगी। ट्रेन चलने से कुछ मिनट पहले यात्री रेलवे काउंटरों एवं यूटीएस मोबाइल एप से टिकट ले सकेंगे।