भोपाल : मध्य प्रदेश के खरगौन जिले में पुलिस कस्टडी में एक युवक की मौत के मामले में एक्शन लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने यहां के एसपी को हटा दिया है। पुलिस कस्टडी में आदिवासी युवक की मौत के बाद लोगों ने यहां तोड़फोड़ की वारदात को भी अंजाम दिया था। युवक को लूट के मामले में गिरफ्तार किया गया था। कांग्रेस ने इस मामले को जोरशोर से उठाते हुए युवक के परिजनों के लिए 1 करोड़ रुपये के हर्जाने की मांग की है।
पुलिस कस्टडी में जान गंवाने वाले युवक के परिजनों का कहना है कि पुलिस की प्रताड़ना से मौत हुई। राज्य सरकार ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए पूर्व में तीन पुलिसकर्मियों सहित जेल के एक अधिकारी को निलंबित कर दिया है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले में अब एसपी को हटाने का फैसला किया है।
'मामले की हो रही न्यायिक जांच'
सीएम चौहान ने कहा, 'पिछले दिनों खरगोन जिले के बिस्टान में हुई घटना में 1 युवक की मृत्यु हो गई थी। पहले ही पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया है। लेकिन ठीक सुपरविजन न होने के कारण हमने एसपी को भी हटाने का फैसला किया है। न्यायिक जांच हो रही है, तथ्यों के आधार पर आगे भी कार्रवाई करेंगे।'
चित्तौड़गढ़-भुसावल राजमार्ग पर लूट के मामले में 12 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया था, जिनमें वह युवक भी शामिल था, जिसकी मौत पुलिस कस्टडी के दौरान हुई है। हालांकि उसके परिजनों का कहना है कि वह लूट के मामले में शामिल नहीं था और पुलिस की पिटाई से उसकी मौत हुई। इस मामले को लेकर आक्रोशित लोगों ने पुलिस थाने में तोड़फोड़ भी की थी। वहीं कांग्रेस ने इस मामले में पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे के साथ-साथ राज्य के गृह मंत्री का इस्तीफा मांगा है और आरोप लगाया कि सरकार आदिवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में नाकाम रही।