- व्हाइट गुड्स के तहत एयर कंडीशनर और एलईडी लाइट्स से संबंधित प्रोडक्ट्स शामिल होते हैं।
- व्हाइट गुड्स सेक्टर के लिए पीएलआई स्कीम के दूसरे दौर में 19 कंपनियों ने आवेदन किया था।
- 15 कंपनियों ने पांच सालों में कुल 25,583 करोड़ रुपये के उत्पादन का लक्ष्य तय किया है। इससे 4,000 लोगों को रोजगार मिलेगा।
नई दिल्ली। मंगलवार को केंद्र सरकार ने व्हाइट गुड्स सेक्टर (White Goods Sector) के लिए बड़ा ऐलान किया है। सरकार ने इस सेक्टर के लिए उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (PLI) योजना के तहत अडानी कॉपर ट्यूब्स (Adani Copper Tubes), एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स (LG Electronics) और विप्रो एंटरप्राइजेज सहित 15 कंपनियों को चुना है। डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटर्नल ट्रेड (DPIIT) के अतिरिक्त सचिव अनिल अग्रवाल ने कहा कि, 'व्हाइट गुड्स के लिए PLI स्कीम के तहत दूसरे राउंड में 15 कंपनियों को चुना गया है। इन कंपनियों ने कुल 1,368 करोड़ रुपये के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है।'
19 आवेदनों के मूल्यांकन के बाद हुआ था 15 कंपनियों का चयन
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने कहा कि, 'दूसरे दौर में प्राप्त 19 आवेदनों के मूल्यांकन के बाद, 1,368 करोड़ रुपये के प्रतिबद्ध निवेश वाले 15 आवेदकों को अस्थायी रूप से लाभार्थियों के रूप में चुना गया है।'
मार्च में वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने व्हाइट गुड्स जैसे एयर कंडीशनर (AC) और LED लाइट्स के लिए अपनी 6,238 करोड़ रुपये की पीएलआई योजना के लिए आवेदन विंडो को फिर से खोला था। इसका उद्देश्य ज्यादा प्लेयर्स को समायोजित करना था।
चार आवेदक- जेको एयरकॉन 100 करोड़ रुपये के प्रतिबद्ध निवेश के साथ, ईएमएम ईएसएस एयरकॉन (52 करोड़ रुपये), स्पीडऑफर इंडिया (18 करोड़ रुपये) और SIMOCO टेलीकम्युनिकेशंस (साउथ एशिया) लिमिटेड (10.63 करोड़ रुपये) को जांच और इसकी सिफारिशों के लिए विशेषज्ञों की समिति (CoE) के पास भेजा जा रहा है।
पिछले साल हुआ था 46 कंपनियों का चयन
मालूम हो कि साल 2021 में डाइकिन (Daikin), पैनासॉनिकक (Panasonic), सिस्का (Syska) और हैवेल्स (Havells) सहित 46 कंपनियों को इस योजना के लिए चुना गया था। इन्होंने 5,264 करोड़ रुपये के निवेश की प्रतिबद्धता जताई थी।