Air India Takeover: एयर इंडिया (Air India) का संस्थापक टाटा समूह (Tata Group) 23 जनवरी, 2022 तक राष्ट्रीय वाहक का अधिग्रहण और इसका संचालन शुरू कर सकता है। मालूम हो कि 68 साल बाद फिर से एयर इंडिया का मालिक टाटा ग्रुप हो गया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले महीने सरकार के साथ किए गए शेयर खरीद समझौते के तहत उन्हें 23 जनवरी, 2022 तक एआई, एआई एक्सप्रेस (AI Express) और AI-SATS (जिसमें 50 फीसदी हिस्सेदारी नए मालिकों के पास है) को नियंत्रित करना और चलाना शुरू करना है।
रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार ने स्वामित्व के इस हस्तांतरण के लिए की जा रही तैयारियों पर टाटा से टिप्पणी मांगी है। मालूम हो कि अब तक टाटा ने एयर इंडिया के लिए अपनी योजनाओं का खुलासा नहीं किया है कि यह एक मेगा एयरलाइन होगी या कम लागत वाली एयरलाइन होगी, या एक पूर्ण-सेवा वाहक होगी। साथ ही प्रबंधन संरचना और बेड़े व केबिन अपग्रेड योजनाओं का खुलासा भी नहीं हुआ है।
पिछले महीने, सरकार ने सॉल्ट-टू-सॉफ्टवेयर समूह (salt-to-software conglomerate) की होल्डिंग कंपनी टैलेस प्राइवेट लिमिटेड (Talace Pvt Ltd) द्वारा 2,700 करोड़ रुपये नकद भुगतान करने और एयरलाइन के कर्ज के 15,300 करोड़ रुपये से अधिक लेने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया।
उसके बाद, 11 अक्टूबर को टाटा समूह को एक लेटर ऑफ इंटेनेट (LoI) जारी किया गया था, जिसमें सरकार की एयरलाइन में अपनी 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की इच्छा की पुष्टि की गई थी।
23 जनवरी, 2022 की तारीख बाहरी सीमा है, जब टाटा की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी टैलेस को एआई का अधिग्रहण करना है। इस तारीख पर दोनों पक्षों (विक्रेता सरकार और खरीदार टाटा) द्वारा सहमति व्यक्त की गई है।
अगर क्लोजिंग बैलेंस शीट पर पूर्ववर्ती (सीपी) आवश्यकताओं या असहमति की शर्तों को पूरा करने में देरी होती है, तो दोनों पक्षों की आपसी सहमति से लॉन्ग स्टॉप की तारीख बढ़ाई जा सकती है। लेकिन यह एक ऐसा विकल्प है जिसका इस्तेमाल किए जाने की संभावना नहीं है क्योंकि 23 जनवरी 2022 के लिए दोनों के बीच सहमति हुई थी।