- 62 बरस के थे शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक, कहलाते थे भारत के वॉरेन बफे
- दिल का दौरा पड़ने से हुआ देहांत, परिवार में पत्नी और तीन बच्चों को छोड़ गए पीछे
- कारोबारी की ‘नेटवर्थ’ 5.8 अरब डॉलर, हाजिरजवाबी-बेबाकी भी थी उनमें
Rakesh Jhunjhunwala famous quotes: दलाल स्ट्रीट के 'बिग बुल' के नाम से जाने जाने वाले कारोबारी राकेश झुनझुनवाला भले ही अब इस दुनिया में न हों, मगर वह अपने धंधे के फंडों, उसूलों और स्पष्ट राय-समझ को लेकर अमिट रहेंगे।
मार्केट को लेकर साफ तौर पर उनका मानना था कि यह बिल्कुल अप्रत्याशित है। ठीक महिलाओं जैसी, क्योंकि इसे भी कोई सही-सही आंक नहीं सकता। आइए, जानते हैं उनके कुछ ऐसे ही कथन, जो उन्हें अमर रखेंगे:
- कोई भी मौसम, मौत, मार्केट और महिलाओं का आकलन नहीं कर सकता है। मार्केट, महिलाओं की तरह होती है जो हमेशा अपनी बात चलाती है, रहस्यमयी, अप्रत्याशित और हमेशा बदलने वाली होती है। आप जैसे महिलाओं को डॉमिनेट नहीं कर सकते हैं, ठीक वैसे ही आप मार्केट को डॉमिनेट नहीं कर सकते हैं।
- हमेशा विपरीत धारा में चले। जब लोग बेच रहे हों, तब खरीदिए और जब लोग खरीद रहे हैं तो तब स्टॉक्स बेचिए।
- आप जुनून के बिना सफल नहीं हो सकते हैं।
- मार्केट का सम्मान करें। ओपन माइंडेंड रहें। क्या लेना है और क्या गंवाना है, यह समझें। जिम्मेदार रहें।
- स्टॉक मार्केट्स हमेशा सही होते हैं।
दरअसल, 14 अगस्त, 2022 की सुबह शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक का मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में देहांत हो गया। वह 62 साल के थे। मार्केट में उनकी दिलचस्पी, काम और रुतबा इस कदर था कि उन्हें भारत का वारेन बफे कहा जाता था। उनकी ‘नेटवर्थ’ 5.8 अरब डॉलर (46,000 करोड़ रुपये) थी। समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा को उनकी अकासा एयरलाइंस से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि झुनझुनवाला का दिल का दौर पड़ने से निधन हुआ। वह अपने पीछे पत्नी और तीन बच्चों को छोड़ गए।
फोर्ब्स पत्रिका के अनुसार, झुनझुनवाला की नेटवर्थ 5.8 अरब डॉलर थी। फोर्ब्स की 2021 की सूची के मुताबिक, वह भारत के 36वें सबसे अमीर व्यक्ति थे। कई बार उनकी तुलना वारेन बफे से की जाती थी। उन्हें भारतीय बाजारों का ‘बिग बुल’ भी कहा जाता था।
झुनझुनवाला का जन्म पांच जुलाई, 1960 को राजस्थान के परिवार में हुआ था। वह मुंबई में पले-बढ़े थे। मुंबई में उनके पिता आयकर आयुक्त थे। उन्होंने साइडेन्हेम कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की और बाद में भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान (आईसीएआई) में नामांकन कराया। उन्होंने अपने कॉलेज के दिनों में भारतीय शेयर बाजारों में निवेश की शुरुआत मात्र 5,000 रुपये की पूंजी के साथ की थी।
'आर्थिक जगत में अमिट छाप छोड़ गए झुनझुनवाला'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला के निधन पर शोक जताया। उन्होंने कहा कि वह आर्थिक जगत में अमिट छाप छोड़ गए। बकौल पीएम, ‘‘झुनझुनवाला जिंदादिल, हाजिरजवाब और गहरी समझ वाले व्यक्ति थे। उन्होंने आर्थिक जगत में एक अमिट छाप छोड़ी है। वह भारत की प्रगति को लेकर बहुत जुनूनी थे। उनका दुनिया से जाना दुखद है। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदना। ओम शांति।’’