- देश की सबसे बड़ी दोपहिया वाहन कंपनी के खिलाफ कर चोरी की जांच की जा रही है।
- हीरो मोटोकॉर्प ने अपने खर्चों में कथित रूप से फर्जी बिल दिखाए।
- हीरो मोटोकॉर्प ने अपने खर्चों में कथित रूप से फर्जी बिल दिखाए।
नई दिल्ली। दिग्गज दोपहिया वाहन निर्माता हीरो मोटोकॉर्प (Hero MotoCorp) की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income Tax Department) ने कहा है कि ऑटो सेक्टर की दिग्गज कंपनी ने छापे में 1,000 करोड़ रुपये के ऐसे खर्चे पकड़े हैं, जो हकीकम में कभी हुए ही नहीं थे। दिल्ली में एक फार्महाउस के लिए किए गए 100 करोड़ रुपये के लेनदेन में भी कई उल्लंघन पाए गए।
पवन मुंजाल के ठिकानों पर आईटी का छापा
आयकर विभाग द्वारा 23 मार्च को हीरो मोटोकॉर्प के चेयरमैन पवन मुंजाल (Pawan Munjal) के यहां छापेमारी की थी। इस तलाशी में प्रमोटर पवन मुंजाल के कार्यालय और आवास के साथ कंपनी के शीर्ष अधिकारियों से जुड़े परिसर भी शामिल थे।
न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार, पहले की गई छापेमारी के दौरान आयकर विभाग ने हार्ड कॉपी दस्तावेजों और डिजिटल डेटा के रूप में सबूत जब्त किए थे। सबूतों से पता चला कि दोपहिया वाहन निर्माता ने फर्जी खरीदारी की, बेहिसाब नकद खर्च किया और 1,000 करोड़ रुपये की अकोमोडेशन एंट्री प्राप्त कीं।
100 करोड़ के काले धन से किया लेनदेन
एएनआई की रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि I-T विभाग को दिल्ली के बाहरी इलाके में एक फार्महाउस की खरीद में 100 करोड़ रुपये से अधिक के नकद लेनदेन के सबूत भी मिले हैं। मुंजाल ने छतरपुर में एक फार्महाउस खरीदा, जहां टैक्स बचाने के लिए बाजार मूल्य में हेरफेर किया गया और आईटी अधिनियम की धारा 269 SS का उल्लंघन करते हुए काले धन (black money) का इस्तेमाल 100 करोड़ रुपये नकद में किया गया।
कंपनी ने क्या कहा?
तब कंपनी द्वारा जारी एक बयान में कहा गया था कि, 'आयकर विभाग के अधिकारियों ने दिल्ली और गुरुग्राम में हमारे दो कार्यालयों और हमारे अध्यक्ष और सीईओ पवन मुंजाल के आवास का दौरा किया। हमें सूचित किया गया है कि यह एक नियमित जांच है, जो वित्तीय वर्ष की समाप्ति से पहले असामान्य नहीं है।'