- आरबीआई रिपोर्ट के आधार पर राहुल गांधी ने मोदी सरकार को कोसा
- मोदी सरकार की कर्ज के जरिए मदद की नीति नाकाम रही
- मोदी सरकार को सीधे तौर पर गरीबों को मदद के लिए आगे आना चाहिये
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। इस दफा विषय बदला हुआ है, पिछले कई दिनों से वो भारत और चीन के बीच तनाव पर निशाना साध रहे थे। लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर खरीखोटी सुनाई है। राहुल गांधी का कहना है कि जो बात वो कई महीने पहले कहा करते थे अब तो उसे आरबीआई ने भी मान लिया है। दरअसल आरबीआई ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि देश में खपत में कमी आई है। इसका अर्थ यह है कि लोगों के पास खर्च करने के लिए धन नहीं है।
देश की खपत को लगा गंभीर झटका
आरबीआई रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में खपत को गंभीर झटका लगा है और गरीबों को ज्यादा नुकसान हो रहा है। लोगों के क्रयशक्ति में कमी आई और उसकी वजह से उपभोग में कमी आई है। इसकी वजह प्रोडक्शन प्रभावित हो रही है। इस सबका मिलाजुला असर समग्र रूप से भारतीय अर्थव्यवस्था पर हो रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने कॉर्पोरेट टैक्स रेट में जो कटौती की है उससे निवेश को बढ़ावा नहीं मिला है। बल्कि कंपनियों ने कर्ज घटाने और कैश बैलेंस करने में इसका इस्तेमाल किया है।
सरकार खपत पर ध्यान दे
राहुल ने अपने ट्वीट में लिखा है कि सरकार को अब ज्यादा खर्च करने की जरूरत है, कर्ज देने की जरूरत नहीं है। गरीब को पैसा दीजिए, उद्योगपतियों का टैक्स मत माफ कीजिए. खपत से अर्थव्यवस्था को फिर से चालू कराइए। ये सुझाव देते हुए राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को आइना दिखाने की भी कोशिश की. राहुल ने कहा कि मीडिया के जरिए भटकाने से गरीबों की मदद नहीं होगी और न ही आर्थिक आपदा गायब होगी।