अक्षय तृतीय के दिन कारोबार काफी फीका रहा। कोरोना की दूसरी लहर के चलते कई राज्यों में लॉकडाउन लागू हैं ज्वेलरी दुकानें बंद हैं। कोरोना वायरस की दूसरी लहर पिछले साल के मुकाबले काफी घातक साबित हो रही है। इस बार देशभर में काफी संख्या में लोगों की मौत हुई है जिससे खरीददारों में उत्साह बहुत कम देखने को मिला। पिछले साल भी देशव्यापी लॉकडाउन के चलते अक्षय तृतीय पर कारोबार न के बराबर हुआ था।
हालांकि कुछ राज्यों में छिटपुट कारोबार हुआ। ऑनलाइन बिक्री हुई। इस बार सिर्फ 2 टन सोने की बिक्री का अनुमान है, पिछली अक्षय तृतीया पर सिर्फ 3 से 4 टन गोल्ड बिक्री हुई। सामान्य दिनों में इस मौके पर औसत 15 से 20 टन बिक्री होती थी। कोरोना की वजह से पिछले 2 साल से कारोबार फीका रहा है।
अक्षय तृतीय पर सोने की बिक्री में कमी की और कई वजहें हैं। बढ़ती महंगाई और कच्चे माल की कीमतें, डॉलर में कमजोरी, रिकॉर्ड राहत पैकेज, इजराइल-फिलिस्तीन तनाव शामिल हैं। सेंट्रल बैंकों ने सोने की खरीदारी फिर शुरु की है।
अक्षय तृतीया पर किस साल कितना रहा सोना का भाव
वर्ष | सोना का भाव प्रति 10 ग्राम |
2021 | 47500 रुपए |
2020 | 46,599 रुपए |
2019 | 37,462 रुपए |
2018 | 31,535 रुपए |
2017 | 28,861 रुपए |
2016 | 29,860 रुपए |
2015 | 26,938 रुपए |
2014 | 28,865 रुपए |
2013 | 26,829 रुपए |
2012 | 28,852 रुपए |
2011 | 21,736 रुपए |
2021 | 18,167 रुपए |
आखिर सोने में निवेश क्यों करना चाहते हैं लोग?
सोना निवेश का सबसे सुरक्षित साधन माना जाता है। महंगाई से सुरक्षा से प्रदान करता है। अनिश्चितता के दौर में सोने में निवेश लाभकारी होता है। इसलिए निवेशकों को यह काफी आकर्षित करता है।
सोने में निवेश कैसे करें?
गोल्ड बॉन्ड, ईटीएफ के जरिए निवेश करें। डिजिटल गोल्ड भी खरीदने का विकल्प मौजूद होता है। बुलियन, ज्वेलरी के जरिए निवेश कर सकते हैं। फ्यूचर एंड ऑप्शन में ट्रेडिंग कर सकते हैं।
डिजिटल गोल्ड क्या है ?
डिजिटल गोल्ड ऑनलाइन खरीद सकते हैं। ग्राहक की तरफ से सेलर सोना खरीदता है। सेलर सोने को सिक्योर्ड वॉल्ट में रखता है। फिजिकल गोल्ड में भी बदलने की सुविधा है। डिजिटल गोल्ड को गिरवी रखा जा सकता है। Augmont Gold डिजिटल गोल्ड ऑफर करती है। MMTC-PAMP भी डिजिटल गोल्ड ऑफर करती है। SafeGold से भी डिजिटल गोल्ड खरीद सकते हैं।
क्या है गोल्ड बॉन्ड?
गोल्ड बॉन्ड सरकार की ओर से RBI जारी करता है। 1 ग्राम सोने में भी निवेश की सुविधा होती है। पोस्ट ऑफिस या बैंक से खरीद सकते हैं। एक्सचेंज से भी गोल्ड बॉन्ड खरीदने का विकल्प होता है। डीमैट फॉर्म में रखने की सुविधा है। 8 साल के लिए निवेश कर सकते हैं। 5 साल का लॉकइन है। गोल्ड बॉन्ड पर सालाना 2.5% का ब्याज है। हर छमाही में निवेशक को ब्याज मिलता है। एक्सचेंज पर गोल्ड बॉन्ड की ट्रेडिंग भी संभव है।
गोल्ड ईटीएफ क्या है?
गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने पर यूनिट मिलती है। गोल्ड ईटीएफ एक्सचेंज पर ट्रेड होते हैं। गोल्ड ईटीएफ के दाम अलग-अलग संभव है। गोल्ड ईटीएफ में ब्रोकरेज और डीमैट चार्ज है। गोल्ड ईटीएफ के रिटर्न गोल्ड सेविंग फंड से बेहतर है।
गोल्ड सेविंग फंड क्या है?
गोल्ड सेविंग फंड में एसआईपी कर सकते हैं। गोल्ड सेविंग फंड किसी म्युचूअल फंड से खरीद सकते हैं। हर गोल्ड सेविंग फंड की एनएवी एक जैसी है। गोल्ड सेविंग फंड में ब्रोकरेज और डीमैट चार्ज नहीं लगता है।