नई दिल्ली। जर्मनी में पायलटों की हड़ताल की वजह से दिल्ली में आईजीआई एयरपोर्ट (Delhi airport) पर हवाई यात्रियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली एयरपोर्ट पर यात्रियों की भारी भीड़ लगी हुई है। शुक्रवार को दिल्ली हवाई अड्डे पर सैकड़ों लोग फंसे हुए थे। जो भारतीय छात्र अमेरिका के लिए अपनी उड़ानों में सवार होना चाह रहे थे, वे काफी नाराज और परेशान नजर आए।
800 उड़ानें रद्द
दरअसल जर्मन एयरलाइन ग्रुप लुफ्थांसा (Lufthansa) ने आज म्यूनिख और फ्रैंकफर्ट से अपनी लगभग सभी उड़ानें रद्द (Flight cancelled) करने की घोषणा की। लुफ्थांसा ने गुरुवार को एक बयान में कहा था कि, एयरलाइन 2 सितंबर को 800 उड़ानें रद्द करेगी, जिससे 1,30,000 यात्रियों पर असर पड़ा। लुफ्थांसा ने अपने पायलटों के हड़ताल (Pilot Strike) के आह्वान के बाद उड़ानें रद्द की थी। जर्मन एयरलाइन के साथ वेतन वार्ता विफल होने के बाद पायलटों ने औद्योगिक कार्रवाई का आह्वान किया।
क्या है पूरा मामला?
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, 'दोनों (हवाई अड्डे) पुलिस स्टेशनों के डीसीपी और एसएचओ सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और एयरलाइंस और यात्रियों के बीच संचार के चैनल खोलने के लिए हस्तक्षेप किया और स्थिति सामान्य हो गई।'
डीसीपी आईजीआई एयरपोर्ट, तनु शर्मा ने एएनआई को बताया कि, 'सुबह 12 बजे सूचना मिली कि T3 में डिपार्चर गेट नंबर 1 पर 150 लोग जमा हैं। हम पहुंचे और पता चला कि लुफ्थांसा पायलटों की अचानक हड़ताल के कारण, म्यूनिख और फ्रैंकफर्ट के लिए 2 उड़ानें बिना किसी सूचना के रद्द कर दी गईं।'
उन्होंने बताया कि यात्री टर्मिनल के अंदर थे लेकिन उनके रिश्तेदार बाहर थे। थोड़ा आंदोलन हुआ लेकिन हमने एयरलाइंस और यात्रियों के बीच संचार सुनिश्चित किया। इस एक दिवसीय हड़ताल का प्रभाव रविवार यानी 4 सितंबर तक रहने की संभावना है।