- देश में इस साल भीषण गर्मी पड़ रही है।
- ऐसे में देश में बिजली की खपत बढ़ रही है।
- इस बीच भारत में कोयले की कमी है।
नई दिल्ली। भीषण गर्मी और कोयले की किल्लत की वजह से देश के कई राज्यों में लोगों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है। इसका दिक्कत को खत्म करने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। इस संदर्भ में अब भारतीय रेलवे ने भी बड़ा कदम उठाया है। रेलवे ने अगले एक महीने तक 670 पैसेंजर ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है। इसके साथ ही रेलवे ने कोयले से लदी मालगाड़ियों की संख्या बढ़ा दी है।
रेलवे को रद्द करनी पड़ रही हैं ट्रेनें
अप्रैल के महीने में देश में बिजली की मांग काफी बढ़ गई है। पावर प्लांट्स के पास सिर्फ कुछ ही दिनों का कोयला बचा है। देश को बिजली संकट से बचाने के लिए रेलवे पूरा सहयोग देने का प्रयास कर रही है। रेलवे पर कोयले की ढुलाई का दबाव लगातार बढ़ रहा है। इस कारण रेलवे को पिछले कुछ हफ्तों से हर रोज 16 मेल, एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों को रद्द करना पड़ा था।
पैसेंजर ट्रेनें रद्द
रेलवे कोयले से लदी मालगाड़ियों को रास्ता देने के लिए कदम उठा रही है। रेलवे ने अगले 1 महीने के लिए कुछ गाड़ियों को रद्द करने का निर्णय लिया है। 24 मई 2022 तक 670 पैसेंजर ट्रेनों को रद्द किया गया है। इसमें से 500 से ज्यादा ट्रेनें लंबी दूरी की मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें हैं। वहीं कोयले से लदी मालगाड़ियों की औसत संख्या बढ़ा दी गई है।
ऐसे पूरी होगी कोयले की मांग
सूत्रों के अनुसार, रेलवे ने कोयले की ढुलाई के लिए हर रोज 415 मालगाड़ियां मुहैया कराने का निर्णय लिया है। इशसे कोयले की मांग को पूरा किया जा सकेगा। हर मालगाड़ी करीब 3,500 टन कोयला ढोने में सक्षम है। मालूम हो कि जुलाई से अगस्त में बारिश की वजह से कोयले का खनन सबसे कम होता है।