Cooking oil/oilseed price today, 17 August 2020 : विदेशी बाजारों में तेजी का रुख होने के बावजूद देश में सस्ते तेलों का आयात बढ़ने और घरेलू स्तर पर पिछले साल के बचे हुए भारी स्टॉक और आगामी बम्पर उत्पादन होने की संभावनाओं के बीच दिल्ली मंडी में सोमवार को मूंगफली तेल-तिलहन की कीमतों में गिरावट आई। पाम तेल की मांग न होने के बावजूद भाव ऊंचा बोले जाने से सीपीओ तेल कीमतों में सुधार आया जबकि सरसों, सोयाबीन तेल-तिलहनों सहित अन्य तेलों के भाव पूर्वस्तर पर ही बंद हुए।
बाजार सूत्रों ने कहा कि सरसों दाना और सरसों के अन्य तेलों के भाव पूर्ववत रहे। वहीं मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान में किसानों के पास पिछले साल के बचे भारी स्टॉक और आगामी जोरदार उत्पादन की संभावनाओं के चलते सस्ते विदेशी तेलों के आयात के कारण मूंगफली तेल कीमत में गिरावट आई।
सूत्रों ने कहा कि शिकॉगो एक्सचेंज में 1.5 प्रतिशत की तेजी है जबकि मलेशिया में 2.5 प्रतिशत की तेजी है। इसके बावजूद देश के बाजारों में कारोबार में कोई दम नहीं था। सस्ते तेलों का आयात निरंतर बढ़ रहा है और देश में बम्पर उत्पादन की संभावना है। ऐसे में स्थानीय तेल बाजार में कहां खपेंगे, इसकी चिंता निरंतर बढ़ रही है।
तेल-तिलहन के बंद भाव सोमवार को इस प्रकार रहे- (भाव- रुपए प्रति क्विंटल)
सरसों तिलहन - 5,085- 5,135 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपए।
मूंगफली दाना - 4,570- 4,620 रुपए।
वनस्पति घी- 965 - 1,070 रुपए प्रति टिन।
मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 11,940 रुपए।
मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 1,775- 1,835 रुपए प्रति टिन।
सरसों तेल दादरी- 10,280 रुपए प्रति क्विंटल।
सरसों पक्की घानी- 1,585 - 1,725 रुपए प्रति टिन।
सरसों कच्ची घानी- 1,695 - 1,815 रुपए प्रति टिन।
तिल मिल डिलिवरी तेल- 11,000 - 15,000 रुपए।
सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 9,250 रुपए।
सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 9,100 रुपए।
सोयाबीन तेल डीगम- 8,220 रुपए।
सीपीओ एक्स-कांडला-7,450 से 7,500 रुपए।
बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 8,100 रुपए।
पामोलीन आरबीडी दिल्ली- 8,950 रुपए।
पामोलीन कांडला- 8,150 रुपए (बिना जीएसटी के)।
सोयाबीन तिलहन डिलिवरी भाव 3,610- 3,635 लूज में 3,345--3,410 रुपए।
मक्का खल (सरिस्का) - 3,500 रुपए
सूत्रों ने कहा कि सस्ते आयातित तेल के मुकाबले देशी तिलहनों को बाजार में खपाने की बात को ध्यान में रखते हुए सोयाबीन डीगम और कच्चे पामतेल के आयात पर अंकुश लगाने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने होंगे। सस्ते आयात के मद्देनजर सोयाबीन दाना, लूज, सोयाबीन दिल्ली एवं इंदौर और सोयाबीन डीगम के भाव पूर्ववत बंद हुए।
उन्होंने कहा कि कुछ आयातक बेपरता कारोबार के जरिये भाव तोड़ते हैं और बैंकों के ऋण का हेरफेर कर उसके पैसे को डुबोते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे कारोबारी मलेशिया में पाम तेल 7,900 रुपए क्विन्टल के भाव खरीद रहे हैं जबकि देश के वायदा कारोबार में सितंबर डिलिवरी का भाव 7,390 रुपए है। ऐसे बेपरता कारोबार से देशी तेल उद्योग और सोयाबीन, मूंगफली और सूरजमुखी उगाने वाले स्थानीय किसानों की मुश्किलें बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसे बेपरता कारोबार कर बैंकों के पैसों से खेलने वालों आयातकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।