- पूरी दुनिया में 25 करोड़ लोगों के रोजगार पर पड़ सकता है असर
- माइक्रोसॉफ्ट ने अपने मैथेमेटिकल मॉडल से लगाया अनुमान
- कोरोना वायरस महामारी को बताया जा रहा है जिम्मेदार
नई दिल्ली। माइक्रोसॉफ्ट के अध्यक्ष ब्रैड स्मिथ का कहना है कि कोविड -19 महामारी ने दुनिया की अर्थव्यवस्था को इतना मुश्किल कर दिया है कि इस साल 25 करोड़ लोगों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ सकती है।हाल ही में स्मिथ ने कहा है, दुनिया को एक बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को नौकरी पाने के लिए नए कौशल को सीखने की जरूरत है।
एक बिलियन लोगों के रोजगार पर असर !
माइक्रोसॉफ्ट गणना के अनुसार, 2020 में वैश्विक स्तर पर बेरोजगारों की संख्या एक बिलियन के चौथाई हिस्से तक पहुंच सकती है।स्मिथ ने कहा, यह चौंका देने वाली संख्या है। महामारी सीमा का सम्मान नहीं करती है। वो कहते हैं कि जिस तरह से कोरोना वायरस वैश्विक तौर पर पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुका है उसका असर वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी पड़ा है। उत्पादन से जुड़ी ईकाई हो या सर्विस सेक्टर हर क्षेत्र की तस्वीर डराने वाली है। यह महज एक गणना है जो गलत भी साबित हो सकती है। लेकिन मौजूदा आंकड़ों का विश्लेषण करने के बाद इस नतीजे की संभावना जताई गई है।
अमेरिका में 2.1 करोड़ लोग बिना नौकरी के होंगे
अमेरिका में, कांग्रेशनल बजट कार्यालय का अनुमान है कि देश में बेरोजगारी दर में 12.3 अंक की वृद्धि (3.5 प्रतिशत से 15.8 प्रतिशत) हो सकती है।21 मिलियन यानि कि 2.1 करोड़ लोग बिना नौकरी के होंगे। कई अन्य देशों और महाद्वीपों को भी ऐसी ही चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।माइक्रोसॉफ्ट ने पिछले महीने दुनिया के 25 मिलियन यानि कि ढाई करोड़ लोगों को साल के अंत तक नया डिजिटल कौशल हासिल करने में मदद करने के लिए एक नई वैश्विक पहल करने की घोषणा की थी।